UP : आगरा से नए एक्सप्रेसवे की घोषणा, दिल्ली-नोएडा से झांसी तक यात्रियों का सफर होगा सुगम

वर्तमान में आगरा से ग्वालियर पहुंचने में लगभग तीन से चार घंटे का समय लगता है। नए 6-लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण से यह यात्रा घटकर केवल एक घंटे की रह जाएगी।
 
उत्तर प्रदेश में एक और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनेगा। नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे आगरा से ग्वालियर तक बनेगा। 90 किलोमीटर लंबे इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बनने के बाद इन दोनों शहरों के बीच की दूरी 32 किलोमीटर कम हो जाएगी। केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का ऐलान किया है।READ ALSO:-UP : सौ लाओ, सरकार बनाओ!!…केशव प्रसाद का नाम लिए बिना अखिलेश यादव का खुल्लमखुला मानसून ऑफर, ट्वीट से मचा घमासान

 

आपको बता दें कि अभी आगरा से ग्वालियर पहुंचने में करीब तीन से चार घंटे का समय लगता है। नए 6 लेन वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बनने से यह सफर केवल एक घंटे का रह जाएगा। 88.4 किलोमीटर लंबे 6 लेन वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बनने के बाद दोनों शहरों के बीच की दूरी 32 किलोमीटर कम हो जाएगी। अभी दोनों शहरों के बीच की दूरी करीब 120 किलोमीटर है। 6 लेन वाले आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण पर करीब 4,216 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

 

दिल्ली-नोएडा के लोगों के लिए भी सफर आसान हो जाएगा
नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण से दिल्ली-नोएडा से ग्वालियर और झांसी जाने वाले लोगों को भी फायदा होगा। अभी दिल्ली नोएडा से ग्वालियर की दूरी करीब 360 किलोमीटर है। सफर में 6 से 7 घंटे का समय लगता है। नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से सफर तीन घंटे कम हो जाएगा। दिल्ली नोएडा से लोग यमुना एक्सप्रेसवे के जरिए नए हाईवे से ग्वालियर पहुंचेंगे।

 

तीन और एक्सप्रेसवे और जोड़े जाएंगे 
आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद इससे तीन और एक्सप्रेसवे जुड़ जाएंगे। इसमें आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे शामिल होंगे। इसके बाद उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश के कई शहरों के बीच की दूरी कम हो जाएगी।

 

इन गांवों को होगा बेनिफिट 
आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद उत्तर प्रदेश के 8 गांवों को फायदा होगा। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के 7 और राजस्थान के 6 गांवों को फायदा होगा। एक तरफ जहां नए एक्सप्रेस-वे से लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे, वहीं दूसरी तरफ इन गांवों के किसानों को करोड़ों रुपये का मुआवजा भी मिलेगा।