UP : कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन LPG सिलेंडर से टकराई, ट्रेन उड़ाने की साजिश नाकाम! ! मचा हड़कंप; कानपुर में प्रयागराज जा रही थी ट्रेन
रविवार शाम उत्तर प्रदेश के कानपुर से चली कालिंदी एक्सप्रेस अभी बर्राजपुर स्टेशन से 2.5 किलोमीटर आगे ही पहुंची थी कि 825 बजे मुंढेरी क्रॉसिंग पार करने के बाद बिल्हौर स्टेशन से 5 किलोमीटर पहले ट्रैक पर रखा एलपीजी सिलेंडर ट्रेन से टकरा गया। जोरदार धमाके की आवाज सुनकर लोको पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाए और गार्ड को सूचना दी। इसके बाद मुंढेरी क्रॉसिंग के गेटमैन को भी सूचना दी गई।
Sep 9, 2024, 13:31 IST
उत्तर प्रदेश के कानपुर में रेलवे ट्रैक पर मिले एलपीजी सिलेंडर और पेट्रोल की बोतल को लेकर उच्च स्तरीय जांच शुरू हो गई है। आरपीएफ ने एफआईआर दर्ज कर ली है। साथ ही मामले की जांच आईबी को सौंप दी गई है। माना जा रहा है कि रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर और पेट्रोल की बोतल मिलना कोई सामान्य मामला नहीं है। यह सीधे तौर पर किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। पिछले कई महीनों से यूपी में रेलवे ट्रैक पर संवेदनशील चीजें रखकर ट्रेनों को पलटाने की साजिश चल रही है। READ ALSO:-मेरठ : उत्तर प्रदेश का हो विभाजन, पश्चिमी उत्तर प्रदेश बने अलग राज्य; विकास के लिए बंटवारा जरूरी; संजीव बालियान ने सेमिनार में दिया बयान
ताजा घटना अनवरगंज-कासगंज रेल मार्ग की है। आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन अभी बर्राराजपुर रेलवे स्टेशन से करीब ढाई किलोमीटर आगे बढ़ी ही थी कि रेलवे ट्रैक पर रखे एलपीजी गैस सिलेंडर से टकरा गई। इससे जोरदार धमाका हुआ। गनीमत रही कि लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए और बड़ा हादसा टल गया। इसके बाद जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो पता चला कि रेलवे ट्रैक पर न सिर्फ एलपीजी सिलेंडर रखा था, बल्कि पेट्रोल से भरी बोतल, माचिस और अन्य संवेदनशील सामान भी रखा हुआ था।
ट्रेन 22 मिनट तक खड़ी रही
जो धमाका हुआ, वह गैस सिलेंडर फटने की वजह से हुआ था। इस हादसे के बाद कालिंदी एक्सप्रेस करीब 22 मिनट तक ट्रैक पर खड़ी रही। बाद में ट्रैक की जांच करने के बाद इस ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया। कुछ दिन पहले साबरमती एक्सप्रेस के साथ भी ऐसा ही हादसा हुआ था। इस हादसे में ट्रेन की 22 बोगियां पलट गई थीं। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरपीएफ ने शनिवार देर रात एफआईआर दर्ज कर ली। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक मामले की जांच के लिए आईबी को लगाया गया है।
जो धमाका हुआ, वह गैस सिलेंडर फटने की वजह से हुआ था। इस हादसे के बाद कालिंदी एक्सप्रेस करीब 22 मिनट तक ट्रैक पर खड़ी रही। बाद में ट्रैक की जांच करने के बाद इस ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया। कुछ दिन पहले साबरमती एक्सप्रेस के साथ भी ऐसा ही हादसा हुआ था। इस हादसे में ट्रेन की 22 बोगियां पलट गई थीं। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरपीएफ ने शनिवार देर रात एफआईआर दर्ज कर ली। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक मामले की जांच के लिए आईबी को लगाया गया है।
लोको पायलट की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
इसके साथ ही मामले की जानकारी कानपुर के डीएम और पुलिस कमिश्नर के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी को भी दे दी गई है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन से टकराने के बाद गैस सिलेंडर ट्रैक पर काफी दूर तक घसीटता चला गया। ट्रैक पर इसके निशान मिले हैं। कुछ दूर आगे पेट्रोल की बोतल भी मिली है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इस साजिश के लिए पूरी तैयारी की गई थी। गनीमत रही कि लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए और बड़ा हादसा टल गया।
इसके साथ ही मामले की जानकारी कानपुर के डीएम और पुलिस कमिश्नर के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी को भी दे दी गई है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन से टकराने के बाद गैस सिलेंडर ट्रैक पर काफी दूर तक घसीटता चला गया। ट्रैक पर इसके निशान मिले हैं। कुछ दूर आगे पेट्रोल की बोतल भी मिली है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इस साजिश के लिए पूरी तैयारी की गई थी। गनीमत रही कि लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए और बड़ा हादसा टल गया।
केंद्रीय एजेंसियों से जांच की मांग
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक यह हरकत असामाजिक तत्वों की हो सकती है। इसके पीछे उनका मकसद दहशत फैलाना है। चूंकि, पिछले कई महीनों से ऐसी साजिशें रची जा रही हैं और चार-पांच मामले प्रकाश में आ चुके हैं, इसलिए इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, इस मामले की जांच आरपीएफ तो करेगी ही, केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक यह हरकत असामाजिक तत्वों की हो सकती है। इसके पीछे उनका मकसद दहशत फैलाना है। चूंकि, पिछले कई महीनों से ऐसी साजिशें रची जा रही हैं और चार-पांच मामले प्रकाश में आ चुके हैं, इसलिए इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, इस मामले की जांच आरपीएफ तो करेगी ही, केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है।