UP : अखिलेश यादव के पत्र पर चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान, मुस्लिम महिलाओं के पक्ष में आया फैसला

अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मुस्लिम महिलाओं के बुर्का उतारने पर जांच न करने का अनुरोध किया था। चुनाव आयोग ने इस पर संज्ञान लिया है।
 
महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के साथ ही कई जगहों पर उपचुनाव भी हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश में भी 9 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। इससे पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की बात कही थी। READ ALSO:-बिजनौर : कलक्ट्रेट में साधु-संतों का जोरदार हंगामा, अधिकारियों की गाड़ी घेरी, साध्वी महिला ने तलवार निकालकर किया प्रदर्शन

 

अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि मतदान के दौरान महिलाओं का बुर्का हटाकर चेकिंग न की जाए। अगर मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहनकर वोट देती हैं तो उनकी चेकिंग न की जाए। जांच को लेकर महिलाओं में डर बैठ रहा है। ऐसे में मतदान प्रभावित हो सकता है। अखिलेश के इस पत्र का चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। 

 


पर्दा हटाना पुलिस का काम नहीं
चुनाव आयोग ने इस पत्र का संज्ञान लिया है और स्पष्ट निर्देश दिए हैं। चुनाव आयोग ने कहा है कि पुलिस का काम पहचान पत्र चेक करना है, किसी मतदाता को पर्दा हटाकर या किसी अन्य तरीके से प्रभावित करना नहीं है। मतदान के दिन मतदाताओं की पहचान पीठासीन अधिकारी और उनकी टीम करती है। पुलिस बल द्वारा मतदाताओं की पहचान नहीं की जाती है। चुनाव आयोग ने कहा है कि पुलिस बल का मुख्य उद्देश्य मतदान के दिन शांति स्थापित करना है।

 

भारतीय जनता पार्टी दिल्ली ने की थी ये मांग
बता दें कि इससे पहले दिल्ली की लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इसके उलट मांग की थी। बीजेपी दिल्ली इकाई के नेताओं ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि बुर्का या नकाब पहनकर आने वाले मतदाताओं को पूरी जांच के बाद ही मतदान करने दिया जाए।

 

20 नवंबर को है मतदान
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इनमें गाजियाबाद, मझवान (मिर्जापुर), शीशमऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल हैं। नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।