UP : बकरीद को लेकर मुख्यमंत्री योगी का बड़ा आदेश, जानिए उत्तर प्रदेश में लोग कहां पढ़ेंगे नमाज और कहां कर सकेंगे कुर्बानी?

 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बकरीद के त्यौहार को मनाने को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों का पालन न करने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के भी आदेश हैं।
 
उत्तर प्रदेश में बकरीद के त्यौहार को मनाने को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को बकरीद के त्यौहार की तैयारियां करने के निर्देश दिए। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि नमाज पढ़ने और कुर्बानी देने वाले स्थान का ध्यान रखें। कोई नई परंपरा न बने। किसी भी तरह की अव्यवस्था देखने को मिली तो अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।READ ALSO:-UP : जनसंख्या स्थिर करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार करेगी 'सास बेटा बहू सम्मेलन' का आयोजन, आइए जानते क्या हैं तैयारियां

 

 

 जानिए योगी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को क्या निर्देश दिए?
  • मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान पहले से तय कर लिया जाए। इसके अलावा अन्य किसी स्थान पर कुर्बानी न की जाए। विवादित/संवेदनशील स्थलों पर कुर्बानी न हो। हर हाल में सुनिश्चित करें कि कहीं भी प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी न हो। उन्होंने कहा कि नमाज परंपरा के अनुसार निर्धारित स्थान पर ही अदा की जाए। सड़क पर नमाज अदा न की जाए। आस्था का सम्मान करें, लेकिन किसी नई परंपरा को बढ़ावा न दें। योगी ने कहा कि स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं, ताकि हर त्योहार शांति और सौहार्द के साथ मनाया जा सके।
  • अगर कोई कानून हाथ में लेने की कोशिश करे तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। अराजक तत्वों पर नजर रखें। उन्होंने कहा कि ज्येष्ठ मास के बड़े मंगल पर भंडारा आयोजित करने की परंपरा रही है। आयोजकों को स्पष्ट रूप से बताया जाए कि प्रसाद खाने के बाद कूड़ा सड़क किनारे न फेंका जाए। हर भंडारा स्थल पर कूड़ेदान उपलब्ध होने चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं होनी चाहिए, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हों।
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 15 से 22 जून तक प्रदेश में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाए। गंगा दशहरा के मद्देनजर गंगा नदी के घाटों की सफाई और साज-सज्जा की जाए। स्नान कहां-कहां होंगे, यह तय कर लिया जाए। सतर्कता के लिए गोताखोर, पीएसी फ्लड यूनिट और एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की भी तैनाती की जाए। उन्होंने कहा कि यह भीषण गर्मी का समय है, त्योहारों का आयोजन भी होना है। ऐसे में गांवों, कस्बों, महानगरों में कहीं भी रोस्टरिंग के नाम पर अनावश्यक 'बिजली कटौती' न हो। ट्रांसफार्मर खराब होने और फाल्ट की समस्या का त्वरित समाधान कराएं।
  • आम लोगों की जरूरतों का ध्यान रखें। पिछले अनुभव बताते हैं कि जहां स्थानीय प्रशासन ने संवादहीनता बनाए रखी, वहां अप्रिय घटना की स्थिति बनी। हमें उनसे सीख लेनी होगी और सतर्क रहना होगा। थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित लोगों से संवाद करें। लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी करें।
  • उन्होंने कहा कि आम आदमी का विश्वास जीतें। हमारी कार्रवाई माफिया के खिलाफ है, गरीबों के खिलाफ नहीं। यह कार्रवाई और तेज की जाएगी। हर गरीब, शोषित, पीड़ित और वंचित के हितों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। फील्ड में तैनात अफसरों को सीयूजी फोन दिए गए हैं। ये जनता के लिए हैं। इन्हें 24 घंटे चालू रखें। हर अफसर खुद इस फोन को रिसीव करें। जनप्रतिनिधियों से संवाद बनाए रखें। उनकी अपेक्षाएं और समस्याएं सुनें। गुण-दोष के आधार पर उनका समाधान करें।