UP : बहन की मौत के बाद शव को 5 किलोमीटर तक कंधे पर रख पैदल चला, बेबस भाई का वीडियो वायरल होने पर SDM बोले- मदद मांगी होती तो...

उत्तर प्रदेश के बहुत से जिलों में बाढ़ के कारण हालात बहुत ज्यादा खराब हैं। लोग अपने परिजनों के शवों को कंधे पर ढोने को मजबूर हैं। ऐसे में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां दो बेबस भाइयों को अपनी बहन के शव को कंधे पर ढोकर करीब पांच किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी।
 
बाढ़ की विभीषिका ने लोगों को इस हद तक मजबूर कर दिया है कि उन्हें अपने परिजनों के शवों को कंधों पर ढोना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। ऐसे में एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक भाई अपनी बहन के शव को कंधे पर पर लेकर जाता हुआ नजर आ रहा है। गुरुवार को टाइफाइड से पीड़ित किशोरी की मौत के बाद संसाधन के अभाव में उसके भाइयों को शव को पांच किलोमीटर तक कंधों पर ढोना पड़ा। इसके बाद वे अपने घर पहुंच सके, तब जाकर बहन का अंतिम संस्कार हो सका।READ ALSO:-उत्तर प्रदेश में लेखपाल के 4700 पदों पर होगी भर्ती, UP की योगी सरकार ने किया बड़ा ऐलान

 

शव को कंधे पर रखकर पांच किलोमीटर तक पैदल चलते रहे भाई
बहन की मौत के बाद भाई रो-रोकर बेहाल हो गए। साथ ही उनके सामने यह भी गंभीर समस्या खड़ी हो गई कि वे बहन के शव को अपने घर कैसे ले जाएं। वे किसी वाहन से बहन का शव लेकर अटरिया चौराहे के पास पहुंचे और वहां पुल कटा होने के कारण नाव से पानी का बहाव पार कर रेलवे लाइन पर पहुंचे। इसके बाद दोनों भाई बारी-बारी से बहन के शव को कंधे पर उठाकर करीब पांच किलोमीटर की दूरी तय कर शारदा पुल के पास पहुंचे और वहां से घर के लिए चल दिए। 

 


मृतका के बड़े भाई ने बताया कि बहन पिछले कुछ दिनों से बीमार थी, उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया लेकिन उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ। दो दिन पहले उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और बहन की मौत हो गई। वीडियो में बाढ़ के कारण बहन का समुचित इलाज न करा पाने वाला भाई अपनी बहन के शव को खुद पर उठाकर तेजी से चल रहा है। 

 

बड़े भाई  ने बताया कि हम तीनों भाई-बहन पलिया में रहकर पढ़ाई करते हैं। बहन शिवानी कक्षा 12 की छात्रा है। पलिया में दो दिन पहले बहन की तबीयत खराब हो गई थी। उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया तो डॉक्टरों ने जांच कराई, शिवानी टाइफाइड से पीड़ित पाई गई। जिससे डॉक्टर ने दवा देकर शिवानी को अस्पताल में भर्ती कर लिया।

 

शिवानी की हालत बिगड़ने लगी। बारिश के कारण पलिया शहर टापू में तब्दील हो गया और सभी रास्ते बंद हो गए। शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने से जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया। आवागमन बंद हो गया और हम अपनी बहन को बेहतर इलाज नहीं दिला पाए। जिससे बहन की मौत हो गई। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता देवेंद्र ने बताया कि जिन भाइयों को बहन की पालकी उठानी थी, वे आज बहन के शव को कंधे पर लादकर 5 किलोमीटर पैदल चलकर अपने गांव जा रहे हैं।

 

इस संबंध में एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से मिली। पीड़िता ने न तो पुलिस या प्रशासन से संपर्क किया और न ही किसी से मदद मांगी। अगर मदद मांगी जाती तो प्रशासनिक स्तर पर जरूर मदद दी जाती। उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण रास्ते बंद होने से ऐसी असहज स्थिति पैदा हुई है।