महंत नरेंद्र गिरि का सुसाइड नोट आया सामने : गुरु का अश्लील फोटो बनाकर वायरल करने वाला था आनंद गिरि, जानिए और क्या लिखा

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के लेटर हेड (letter head) पर लिखे गए महंत नरेंद्र गिरी (mahant narendar giri) के 8 पन्नों के सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि के मन में क्या चल रहा था

 
Mahant Narendra Giri suicide note: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) के सुसाइड नोट (suicide note) मे उनकी आत्महत्या (suicide) के कारण पर बड़ा खुलासा हुआ है। इस पत्र में सीधे तौर पर उन्होंने आनंदगिरी (anand giri) को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए ब्लैकमेल (blackmail) करने की बात कही है। उन्होंने अपनी मौत के लिए आनंदगिरी सहित अयोध्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी को बताया है और प्रयागराज के पुलिस और प्रशासन से इनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की है। सुसाइड नोट में कई जगहों पर काटा गया है और बाद में दोबारा से लिखा हुआ है। ये सुसाइड नोट  अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के लेटर हेड पर लिखा गया है। Read ALso : Narendra Giri Maharaj death: सीएम योगी ने किए अंतिम दर्शन, कहा- उनकी मौत समाज के लिए अपूरणीय क्षति

 

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के लेटर हेड (letter head) पर लिखे गए महंत नरेंद्र गिरी (mahant narendar giri) के 8 पन्नों के सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि के मन में क्या चल रहा था, पिछले कुछ महीनों से क्या-क्या हालात थे इन बातों का विस्तार से जिक्र किया गया है।सुसाइड नोट में तारीख है, सिलसिलेवार तरीके से बताया गया है कि आनंद गिरि से वे कैसे मानसिक तौर पर परेशान रहते थे, उसके बाद आद्या प्रसाद तिवारी का क्या रोल था, संदीप तिवारी का क्या रोल था, उत्तराधिकारी बलबीर पुरी को बनाया जाएगा उसके बारे में जिक्र है। जिन लोगों ने उनका (नरेंद्र गिरि) का साथ दिया और मदद की उनका जिक्र है। 

 

महंत ने लिखा है कि मैं सत्य बोलूंगा, मेरा घर से कोई संबंध नहीं है। मैंने घर पर कोई पैसा नहीं दिया है, मैंने एक-एक पैसा मंदिर और मठ में लगाय है। 2004 में मैं महंत बना और तब से अब तक मठ और मंदिर में हुए विकास काे सभी भक्त जानते हैं। आनंद गिरि द्वारा मुझपर जो भी आरोप लगाए गए हैं उससे मेेरी और मठ की बहुत बदनामी हुई है, जिससे मैं बहुत आहत हूं। मेरी मौत के जिम्मेदार आनंद जी, अद्या प्रसाद तिवारी, संदीप तिवारी पुत्र अद्या प्रसाद तिवारी होंगे। read also : Narendra Giri Death : शिष्य आनंद गिरि सहित 3 पर मुकदमा,CBI जांच की मांग, बाघंबरी मठ में होगा अंतिम दर्शन।

 

मुझे पता चला है कि आनंद गिरि  किसी महिला के साथ मेरी फोटो जोड़कर उसे सोशल मीडिया पर कर मुझे बदनाम कर सकता वायरल है। मैं सम्मान के साथ जिया हूं। अब ऐसी जिंदगी कैसे जी पाऊंगा। इस पत्र में महंत नरेंद्र गिरि ने यह भी लिखा है कि वे 13 सितंबर को ही आत्महत्या करना चाहते थे, लेकिन हिम्मत नहीं हुई और उन्होंने अपना इरादा बदल दिया।  Read Also : Narendra Giri Death : शिष्य आनंद गिरि सहित 3 पर मुकदमा,CBI जांच की मांग, बाघंबरी मठ में होगा अंतिम दर्शन

 

पत्र में नरेंद्र गिरी ने यह भी लिखा है कि मैं आज आनंद गिरी के कारण भी विचलित हो गया हूं। आज हरिद्वार से सूचना मिली कि आनंदगिरी मोबाइल के माध्यम से किसी महिला या लड़की के साथ गलत काम करते हुए मेरी नकली फोटो वायरल कर देगा। मैं महंत नरेंद्र गिरि कहां-कहां सफाई दूंगा, एक बार तो बदनाम हो जाउंगा। मैं जिस पद पर हूं वह गरिमामयी पद है। सच्चाई का तो लोगों को बाद में पता चल जाएगा, लेकिन मैं बदनाम हो जाउंगा। मैं सम्मान से जी रहा हूं, तो बदनामी में कैसे जी पाऊंगा। इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं। 

 

उन्होंने प्रयागराज के पुलिस और प्रशासन से आनंदगिरी, अयोध्या प्रसाद तिवारी, संदीप तिवारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की है। उन्होंने इन लोगों को अपनी हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है ताकि उनकी आत्मा को शांति मिल सके। इसी सुसाइड नोट के आधार पर यूपी पुलिस जांच कर रही है और आनंद गिरि से भी पूछताछ हो रही है।