पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इन जिलों के हज यात्रियों का पासपोर्ट आसानी से बनेगा, नहीं लगना पड़ेगा लंबी लाइनों में, यहां बनेंगे विशेष काउंटर

पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश के इन 13 जिलों के हज यात्रियों का पासपोर्ट आसानी से बन सकेगा। पासपोर्ट सेवा केन्‍द्र (PSK) में लंबी-लंबी लाइनों में नहीं लगना होगा। क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने इसका शेड्यूल भी जारी कर दिया है। 
 
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 13 जिलों के हज यात्रियों के पासपोर्ट आसानी से बन सकेंगे। पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) पर लंबी कतारों में खड़े होने की जरूरत नहीं होगी। विदेश मंत्रालय ने इन लोगों की सुविधा के लिए एक विशेष काउंटर बनाने का फैसला किया है, ताकि आवेदकों के पासपोर्ट जल्दी बन सकें। क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने इसका शेड्यूल भी जारी कर दिया है। READ ALSO:-स्मार्टफोन यूजर्स के लिए केंद्र सरकार ने जारी की चेतावनी, हैकर्स से बचने की दी सलाह....

 

क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी अनुज स्वरूप के अनुसार, हज कमेटी के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 4 दिसंबर से शुरू हो गई है और 20 दिसंबर को समाप्त होगी। इस संबंध में आवेदकों के पास कम से कम 31 जनवरी 2025 तक की वैधता वाला पासपोर्ट होना चाहिए।

 


क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी के मुताबिक, पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वाले हज आवेदकों की सुविधा के लिए पासपोर्ट कार्यालय में 15, 18 और 19 दिसंबर 2023 को सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक विशेष काउंटर खोला जा रहा है। 

 

यहां एक विशेष काउंटर बनाया जाएगा
पासपोर्ट कार्यालय गाजियाबाद (Hapur Chungi) के पास एक विशेष काउंटर बनाया जा रहा है। इसके अलावा पासपोर्ट सेवा केंद्र (Sahibabad) में हज आवेदकों को विशेष सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं। पासपोर्ट सेवा केंद्र तक पहुंचने के लिए आवेदक साहिबाबाद स्टेशन पर रैपिडएक्स से उतर सकते हैं और वहां से PSK के लिए ऑटो ले सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि आवेदक सुविधा का लाभ उठायें।

 

इन जिलों के आवेदकों को मिलेगी राहत
गाजियाबाद क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के अंतर्गत मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली, आगरा, अलीगढ, बागपत, बुलन्दशहर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड, हाथरस और मथुरा जिले आते हैं, जहां पासपोर्ट बनाये जाते हैं।