मेरठ :गंगा का तटबंध टूटने से मचा हाहाकार, पूरा गांव हुआ जलमग्न, जलस्तर बढ़ने से लोग परेशान, देखें Video
मेरठ के हस्तिनापुर में लोगों पर मुसीबत टूट पड़ी है। कच्चा तटबंध टूटने से सिरजेरपुर गांव में हाहाकार मच गया है। वहीं, पानी के बीच लोगों की सांसें अटकी हुई हैं।
Jul 12, 2023, 14:48 IST

गंगा के उफान के कारण मेरठ के खादर इलाके में लोगों पर आफत आ गई है। हस्तिनापुर में 24 घंटे बाद खादर क्षेत्र के सिरजेरपुर गांव में गंगा का कच्चा तटबंध टूट गया है। तटबंध टूटने से गांव में अफरा-तफरी मच गयी। वहीं पूरा गांव जलमग्न हो गया है। Read also:-मेरठ : एक साथ उठी 6 अर्थियां, शमशान घाट में जगह पड़ी कम, मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे में खत्म हो गए दो परिवार, किसी भी घर में नहीं जले चूल्हे
पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा नदी उफान पर है। जिससे खादर क्षेत्र में तटबंध की स्थिति गंभीर बनी हुई है। क्षेत्र के ग्रामीणों ने मंगलवार की रात जागकर गुजारी, लेकिन लगातार उफान पर चल रही गंगा नदी के तेज पानी के कारण खादर क्षेत्र में गंगा नदी के किनारे स्थित गांव सिरजेपुर के पास गंगा का कच्चा तटबंध टूट गया।
तटबंध टूटने से गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोगों के घरों तक गंगा का पानी पहुंच गया। देखते ही देखते पूरा गांव जलमग्न हो गया। पानी लगातार दूसरे गांव की ओर बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर आसमान से बरस रही बारिश भी आफत बन कर ग्रामीणों के लिए भारी मुसीबत खड़ी कर रही है। मामले की जानकारी जैसे ही शासन-प्रशासन के अधिकारियों को हुई तो हड़कंप मच गया। मौके पर टीम भेजी गई है।
मंगलवार को कई जगहों पर तटबंध की स्थिति नाजुक बनी रही। सरकारी अधिकारियों ने मरम्मत कार्य कराया। लेकिन 24 घंटे बाद ही गंगा का तटबंध टूट गया। पटवन से निकलने वाला पानी दूसरे गांवों की ओर पहुंच रहा है। बिजनौर बैराज पर तैनात अवर अभियंता पीयूष कुमार ने बताया कि गंगा का जलस्तर अभी भी एक लाख 80 हजार पर चल रहा है। जिससे अब खादर क्षेत्र के गांव की हालत गंभीर हो गई है।
लगातार हो रही बारिश, बढ़ रही परेशानी
आसमान से लगातार बरस रही बारिश भी आफत बन कर इलाके के लोगों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर रही है। बाढ़ और आसमान से बरस रहे पानी ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने में परेशानी हो रही है।
आसमान से लगातार बरस रही बारिश भी आफत बन कर इलाके के लोगों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर रही है। बाढ़ और आसमान से बरस रहे पानी ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने में परेशानी हो रही है।
सुरक्षित स्थान पर पहुंचने का आदेश
गंगा का कच्चा तटबंध टूटते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों से सुरक्षित स्थान पर पहुंचने की अपील की। इसके बाद गांव में गर्भवती महिलाओं, नवजात बच्चों और अन्य बुजुर्गों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का अभियान चल रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
गंगा का कच्चा तटबंध टूटते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों से सुरक्षित स्थान पर पहुंचने की अपील की। इसके बाद गांव में गर्भवती महिलाओं, नवजात बच्चों और अन्य बुजुर्गों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का अभियान चल रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
गंगा के बढ़े जलस्तर से पूरा गांव जलमग्न हो गया है। तटबंध से पानी लगातार गांव की ओर बढ़ रहा है, जिससे गांव के आसपास की सड़कें भी पूरी तरह जलमग्न हो गई हैं। गांव का संपर्क मार्ग भी पूरी तरह से बंद हो गया है। जिसे लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की चिंताएं बढ़ती जा रही है।