मेरठ : बीमार बेटे के लिए लुटेरा बना था पिता, जिस घर में किया था फर्नीचर बनाने का काम, उसी घर के लोगो को बंधक बना कर, कर डाली लूट....

मेरठ में एक पिता अपने 4 महीने के बेटे का इलाज कराने के लिए लुटेरा बन गया। उसने उसी घर में वारदात को अंजाम दिया, जहां वह फर्नीचर का काम करता था।
 
 मेरठ में एक पिता अपने चार महीने के बेटे का इलाज कराने के लिए लुटेरा बन गया। उसने उसी घर में वारदात को अंजाम दिया, जहां उसने कुछ दिन पहले फर्नीचर का काम किया था। पुलिस ने 3 फरवरी यानी शुक्रवार को हुई लूट की घटना का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े जाते ही वह पुलिस के सामने रहम की भीख मांगने लगा। उसने हाथ जोड़कर कहा, "सर, मैंने पहली बार अपने बेटे के लिए अपराध किया है। कृपया मुझे क्षमा करें।"Read Also:-Delhi University में फ्री में होगी पढ़ाई, हॉस्टल-एग्जाम फीस से भी मिलेगी छूट! सिर्फ इन्हें मिलेगा इसका फायदा

 

मेरठ में रेलवे रोड की मधुबन कॉलोनी में ठेकेदार संदीप राणा के घर एक फरवरी को हुई डकैती में पुलिस ने एक आरोपी जावेद को गिरफ्तार किया है। एक अभी फरार है। जावेद ने पुलिस को बताया कि बीमार बच्चे के इलाज के लिए उस पर कर्ज हो गया था। कर्ज चुकाने के लिए उन्हें यह गलत काम करना पड़ा।

 

उसने बताया कि उसने उस घर में फर्नीचर का काम किया था। ऐसे में यह पहले से पता चल गया था कि पैसा कहां रखा होगा। जावेद लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र का रहने वाला है। पुलिस ने जावेद के पास से लूट का पैसा, एक पिस्टल और कारतूस बरामद किया है।

 

जावेद ने पुलिस को बताया कि वह मेरठ में पीवीसी वॉल पैनल और फर्नीचर बनाने का काम करता है। 4 महीने पहले उसकी पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया। बेटा पिछले तीन महीने से बीमार चल रहा है। उसकी हालत गंभीर है। बच्चे के इलाज के लिए दोस्तों और रिश्तेदारों से उधार पैसे लिए थे। उसने करीब 2 लाख रुपए का कर्ज लिया है।

 

कर्ज चुकाने के लिए बनाया डकैती का प्लान
जावेद ने बताया कि जिन लोगों से उसने पैसे उधार लिए हैं, वे आए दिन पैसे मांगते हैं। मैं बहुत टेंशन में रहता हूं, मुझे चिंता थी कि कर्ज कैसे चुकाऊं। कर्ज चुकाने की सोची। अब मेरे दिमाग में सिर्फ चोरी और लूट ही घूम रही थी। ऐसे में लूट की प्लानिंग की गई।

 

जावेद ने बताया कि डकैती को अंजाम देने के लिए उसे एक साथी की जरूरत थी। उसने अपने मामा के बेटे सरवर को बुलाया। सरवर फिरोजाबाद का रहने वाला है। सर्वर से लूट की पूरी प्लानिंग साझा की। वह लूट का माल बांटने को राजी हो गया।

 

संदीप के घर में फर्नीचर बनाने का काम किया था
जावेद ने बताया कि कुछ दिन पहले उसने ठेकेदार संदीप सिंह राणा के घर में फर्नीचर बनाने का काम किया था। उन्हें घर की लोकेशन से लेकर तिजोरी, फर्नीचर, कैश तक का अंदाजा था। फर्नीचर बनाते समय उसने पूरे घर की रेकी की थी। उसे इस घर में घुसकर लूटपाट करने में कोई परेशानी नहीं होगी। इसलिए उसने संदीप के घर लूटने का प्लान बनाया था।

 

जावेद ने बताया कि मेरे पास पिस्टल थी। सरवर के पास चाकू था। बंदूक की नोंक पर हमने संदीप और उसके बेटे को बाथरूम में बंधक बना लिया। घर में रखे 37 हजार रुपए लूट लिए। रुपए लूटने के बाद दोनों को बाथरूम में बंधा छोड़कर घर से निकल गए। लूट में दो हजार रुपए खर्च हो गए। मैंने 25 हजार रुपये और सरवर ने 10 हजार रुपये रखे। रुपये लेकर सरवर फिरोजाबाद चला गया।

 

पुलिस सीसीटीवी के जरिए आरोपी तक पहुंची
पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से बदमाशों तक पहुंची। पुलिस ने राणा परिवार को बदमाशों के फोटो दिखाए और पूछा कि क्या वे जानते हैं। दो दिन से पुलिस लगातार छानबीन कर रही थी। तभी पता चला कि दोनों आरोपियों में एक बढ़ई है, जो कुछ दिन पहले कॉलोनी में काम करने आया था। इसके बाद पुलिस ने गहनता से छानबीन की और जावेद तक पहुंची।

 

एसएसपी रोहित साजवान का कहना है कि लूट के आरोपी जावेद को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। जावेद ने ही संदीप राणा के यहां फर्नीचर बनाया था। साथ ही लूट के लिए रेकी की गई। उसके साथी सरवर की तलाश की जा रही है।

 

मेरठ में 2 बदमाशों ने ठेकेदार और उसके परिवार को बंधक बनाकर घर में लूटपाट की। उसके बाद बड़े आराम से वहां से भाग जाते हैं। बदमाशों के जाने के करीब डेढ़ घंटे बाद बाथरूम में बंद पिता-पुत्र किसी तरह दरवाजा तोड़कर बाहर निकले।