मेरठ : कुख्यात बदन सिंह बद्दो पर अब 5 लाख का इनाम, पुलिसकर्मियों को शराब पिलाकर हुआ था फरार; विदेश में छुपे होने की आशंका, पासपोर्ट होगा निरस्त,

कुख्यात बदमाश बदन सिंह बद्दो पर अब 5 लाख रुपये का इनाम घोषित हुआ है। बदन बद्दो पर अब तक ढाई लाख रुपये का इनाम था। बदन सिंह बद्दो पर इनामी राशि बढ़ाने का प्रस्ताव डीजीपी मुख्यालय से गृह विभाग को भेजा गया था। 
 
राज्य सरकार ने मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। डीजीपी मुख्यालय ने इनामी राशि ढाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख करने की अनुशंसा की थी। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने गुरुवार को पुरस्कार राशि बढ़ाने के आदेश जारी किए।READ ALSO:-नए संसद भवन के उद्घाटन पर जारी होगा ₹75 का सिक्का, सिक्के के एक तरफ अशोक स्तंभ और दूसरी तरफ संसद की तस्वीर

 

टीपीनगर के बैरीपुरा निवासी बद्दो उम्रकैद की सजा काट रहा था। 28 मार्च 2019 को उसे फतेहगढ़ जेल से गाजियाबाद कोर्ट में पेश किया गया। यहां पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से वह मेरठ पहुंचा और दिल्ली रोड स्थित एक होटल में शराब पार्टी के दौरान पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया। उसके बाद से आज तक पुलिस को उसका कोई सुराग नहीं मिल सका है। वहीं, उनका पासपोर्ट रद्द करने और उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की भी तैयारी की जा रही है।

 

पांच लाख के इनामी घोषित मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो की लोकेशन फ्रांस में मिली है। इसको लेकर मेरठ पुलिस ने इंटरपोल को बद्दो का पासपोर्ट रद्द करने की रिपोर्ट भेजी है। उनके खिलाफ जल्द ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की भी तैयारी है।

 

बता दें कि प्रयागराज में उमेशपाल हत्याकांड के बाद राज्य सरकार ने मोस्ट वांटेड बदमाशों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बदमाशों पर इनाम की राशि बढ़ाई जा रही है।

 

उत्तर प्रदेश पुलिस की वेबसाइट के मुताबिक, मेरठ रेंज में कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के शिवलोकपुरी निवासी विजेंद्र सिंह हुड्डा, बुलंदशहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के बहलीनपुर पन्नीनगर निवासी भूदेव पुत्र महावीर और रामेश्वर थाना क्षेत्र के निवासी हैं। पांच लाख के इनामी अपराधियों में गाजियाबाद का लोनी थाना क्षेत्र शामिल है। पार्क निवासी दीप्ति बहल थी, अब बदन सिंह बद्दो का नाम भी शामिल हो गया है।

 

पुलिस अब तक बदन सिंह बद्दो की 10 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त कर चुकी है। बदन सिंह बद्दो ने पूर्व डीजीपी बृजलाल के खिलाफ कई बार इंस्टाग्राम पर पोस्ट भी अपलोड किए हैं।

 

मेरठ में पुलिस की गिरफ्त से फरार बद्दो का धंधा ऑस्ट्रेलिया और दुबई तक फैल चुका है. जांच में यह भी सामने आया था कि उसे फरार करने के लिए बड़ी डील की गई थी। यहां तक कि 'सरकारी तंत्र' को भी बड़ी प्लानिंग के तहत खरीद लिया गया।

 

बता दें कि बद्दो की पत्नी ऑस्ट्रेलिया में रहती हैं। पुलिस ने वहां पहुंचने के लिए दूतावास से भी संपर्क किया है। लुकआउट जारी किया गया है। बद्दो की तलाश में कई टीमें लगाई गईं, पुलिस देश-विदेश में उसकी लोकेशन तलाशती रही लेकिन सफलता नहीं मिली। इन दिनों कहा जा रहा है कि वह फ्रांस में हैं।

 

जालंधर से आकर परिवार मेरठ में बस गया
1970 में बदन सिंह बद्दो के पिता चरण सिंह जालंधर से मेरठ के पंजाबीपुरा आ गए। ट्रक चलाकर वे सात बेटे-बेटियों की जरूरतें पूरी कर रहे थे। इनमें बदन सिंह सबसे छोटा था। 8वीं क्लास के बाद स्कूल जाने की जरूरत नहीं देखी। कभी-कभी वह अपने पिता के साथ ट्रक चलाने जाता, लेकिन उसे यहाँ भी अच्छा नहीं लगता था।

 

मुहल्ले के छोटे-छोटे बदमाशों के जरिए बदन सिंह की मुलाकात पश्चिमी उत्तर प्रदेश  के सबसे बड़े गैंगस्टर सुशील मूच और भूपेंद्र बाफर से हुई। यहां उन्हें प्यार हो गया। इलाके में वर्चस्व स्थापित करने के लिए मारपीट शुरू कर दी। जब उसे रुपयों की जरूरत पड़ी तो वह शराब के धंधे में उतर गया। हरियाणा और दिल्ली बॉर्डर होने के कारण उसने शराब की तस्करी से अच्छी खासी कमाई की।