मेरठ: अपने ही मां-बाप को दर्दनाक मौत देने वाले बेटे का कबूलनामा, शराब पीकर मां को मारता था पिता; हरकतों से परेशान था

पिता आए दिन मां के साथ मारपीट करता था। बेटे की सहन शक्ति ने जवाब दे दिया था। सोमवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। इसके बाद आर्यन ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पिता को मारने की साजिश रची, लेकिन पिता के साथ-साथ उन दोनों ने मां को भी मार डाला। पढ़िए कैसे दिया घटना को अंजाम।
 
मेरठ में बाप के द्वारा मां की पिटाई से परेशान इकलौते बेटे ने मंगलवार को दोस्त के साथ मिलकर पिता की हत्या कर दी। घटना के दौरान बगल में सो रही मां की आंख खुल गई। बेटे को लगा कि कहीं मां सच न बता दे। इसलिए उन्हें भी मार डाला। इसके बाद दोनों के शव को पलंग पर छोड़कर भाग गएREAD ALSO:-मेरठ: शास्त्रीनगर में पति-पत्नी की गला रेत कर निर्मम हत्या, बिस्तर पर मिली लाश, मारने के लिए धारदार हथियार का इस्तेमाल

 

पुलिस ने मृतक की कॉल डिटेल खंगाली। इसमें पिता के फोन पर आखिरी कॉल बेटे का था। इसके बाद पुलिस ने बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। बेटे ने पहले तो पुलिस को गुमराह किया, लेकिन फिर अपने ही बयानों में फंसता चला गया।

 

बेटे आर्यन ने पुलिस को बताया, ''पापा रोज शराब पीकर घर आ जाते थे। उसके बाद मां को मारते-पीटते थे। मना करने पर मुझसे बहस भी करते थे। फिलहाल पुलिस ने बेटे और दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।

 

 

मैं मंगलवार रात करीब 8 बजे गुड़गांव से मेरठ अपने घर पहुंचा। करीब साढ़े नौ बजे दोस्त के पास गया। आधे घंटे बाद यानी रात 10 बजे फिर दोस्त आदित्य को लेकर घर पहुंचा। पापा प्रमोद को बुलाकर उसने घर का पिछला दरवाजा खुलवा दिया। फिर हम दोनों घर के अंदर चले गए।

 

मैंगोशेक में बेहोश करने की दवा दी
आरोपी ने कहा, “योजना के अनुसार, मैंने अपने दादा-दादी और मां को बेहोशी की दवा मिलाकर मैंगोशेक पिलाया। लेकिन, पापा को बिना दवा के मैंगोशेक पिला दिया। फिर घरवालों से कहा कि मुझे अपने दोस्त को घर छोड़ना है। इसलिए स्कूटी ले रहा हूं। फिर करीब 1 बजे मैं फिर घर लौटा। फिर पापा को बुलाकर दरवाजा खुलवाया। दोस्त घर के बाहर खड़ा था। पिता दरवाजा खोलकर सो गए। फिर दरवाजा खोलकर दोस्त को अंदर बुलाया।

 

आर्यन ने बताया, इसके बाद हम दोनों बेडरूम में गए और चाकू से गला रेत कर पिता प्रमोद की हत्या कर दी। उसी समय पिता की चीख सुनकर मां ममता अचानक नींद से जागीं। हम दोनों को लगा कि कहीं मां पुलिस को सच न बता दे। तभी हम दोनों ने गुस्से में मां का गला रेत दिया। घटना के बाद वह अपने दोस्त को घर पर छोड़कर गुड़गांव चला गया।

 

आयरन ने कहा, “कोई संदेह न करे। इसलिए सुबह 8.45 बजे पिता के मोबाइल पर कॉल किया। इसके बाद पास ही रहने वाले शुभम के परिजनों को फ़ोन किया। बोला कि मम्मी पापा फोन नहीं उठा रहे हैं। तुम मेरी बात करवाओ इसके बाद पड़ोस में रहने वाला शुभम प्रमोद के घर आया। नीचे प्रमोद के बुजुर्ग माता-पिता को जगाने के लिए कई बार फोन किया गया, लेकिन कोई नहीं उठा।

 

काफी देर बाद प्रमोद की मां लड़खड़ाती हुई बाहर निकली। शुभम उन्हें लेकर ऊपर की मंजिल पर पहुंच गया। फोन करने पर जब कोई जवाब नहीं आया तो सभी कमरे के अंदर चले गए। बेडरूम में पलंग पर प्रमोद और ममता की लाशें पड़ी थीं। चादर खून से सनी हुई थी। घटना की जानकारी शुभम ने पुलिस को दी।

 

ऊपरी मंजिल में पति-पत्नी रहते थे
शास्त्रीनगर सेक्टर-6 निवासी मृतक प्रमोद (50) साहिबाबाद में लोहे की फैक्ट्री में काम करता था। उनकी पत्नी ममता (45) बीडीएस स्कूल में शिक्षिका थीं। प्रमोद के माता-पिता घर के नीचे ग्राउंड फ्लोर पर रहते हैं। ऊपर की मंजिल में प्रमोद अपनी पत्नी के साथ रहता था।

 

पुलिस ने अंतिम संस्कार स्थल से ही बेटे को पकड़ लिया
पुलिस ने मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि मंगलवार को नौचंदी क्षेत्र में एक दंपत्ति की हत्या कर दी गयी। मृतक के परिजनों की तहरीर पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी और जांच के आधार पर मृतक के बेटे आर्यन और उसके दोस्त आदित्य का नाम सामने आया। मुखाग्नि के दौरान आर्यन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जबकि उसके दोस्त आदित्य को गुड़गांव से पकड़ा। पूछताछ में दोनों ने हत्या करना कबूल किया। पुलिस ने बेटे और दोस्त की निशानदेही पर दोनों के खून से सने कपड़े, चाकू, खून से सनी स्कूटी बरामद कर ली है।

 

प्रमोद की मां के जन्मदिन पर उठी बेटे-बहू की अर्थी
मृतक प्रमोद की मां विनोद बाला का सोमवार को जन्मदिन था। घर में सभी ने अम्मा के जन्मदिन पर पार्टी करने का फैसला किया था। लेकिन बेटी कनिष्का की छुट्टी नहीं थी, इसलिए तय किया गया कि पार्टी मंगलवार को होगी। मंगलवार को अम्मा का जन्मदिन घर पर मनाने का निर्णय लिया गया। उसी दिन बेटा, बहू की अर्थी घर सेउठी।