चुनाव से पहले Mayawati का बड़ा दांव, इस पार्टी का बसपा में विलय; 2 सीट से उम्मीदवार घोषित
बसपा ने लखनऊ उत्तर विधानसभा क्षेत्र से सरवर मलिक और सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से जलीस खान को विधानसभा प्रभारी बनाया है
Sep 21, 2021, 10:11 IST
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP supremo Mayawati) ने लखनऊ की 2 विधानसभा सीटों सरोजनीनगर और लखनऊ (Lucknow) उत्तर सीट से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। दरअसल बसपा ने लखनऊ उत्तर विधानसभा क्षेत्र से सरवर मलिक और सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से जलीस खान को विधानसभा प्रभारी बनाया है और बसपा जिसे विधानसभा प्रभारी नियुक्त करती है वही उस विधानसभा से उम्मीदवार भी होता है। बसपा के जिलाध्यक्ष अखिलेश अंबेडकर की देखरेख में दोनों विधानसभा क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित कर इसका ऐलान किया गया।
आजाद भारत पार्टी (Azad Bharat Party) का बसपा में विलय
उधर पार्टी में बड़ा दांव खेलते हुए आजाद भारत पार्टी डेमोक्रेटिव का बसपा में विलय करवा लिया है। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र के कार्यालय पर इसकी घोषणा की गई। इस विलय के दौरान वाल्मीकि समाज, सोनकर समाज, निषाद समाज, कश्यप समाज और युवा वर्ग ने बसपा को मजबूत करने का संकल्प लिया। अब UP में बड़े उलटफेर की तैयारी! BJP के 150 विधायक हमारे संपर्क में, 27 अक्टूबर तक... : राजभर
सतीश चंद्र मिश्र (Satish Chandra Mishra) ने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती कभी नहीं सोचती कि किस समाज ने उनको वोट दिया। वह सर्व समाज के विकास करने का काम करती हैं। 2007 में सरकार बनने पर 1.10 लाख लोगों को तत्काल प्रभाव से नौकरियां दी गई थी। महान हस्तियों के स्मारकों और पार्कों के लिए मायावती और पार्टी ने 110 मुकदमे झेले हैं। Read Also : चन्नी को पंजाब का CM बनाने पर भड़कीं मायावती, बोलीं- यह कांग्रेस का चुनावी हथकंड़ा; 2022 मे तो गैर दलित करेगा अगुवाई
वहीं आजाद भारत पार्टी डेमोक्रेटिव के राष्ट्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र आजाद(National President Manvendra Azad) ने कहा कि आज हम पूर्ण रूप से अपनी पार्टी का विलय कर रहे हैं और 2022 चुनाव में बहन मायावती को पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनाने के लिए पूरी ताकत से काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी बहुजन वादी हैं यह हमारा वैचारिक विलय है। दलित शोषित वंचित समाज का कोई भी नेता आज अगर समाज में अपनी बात रख पा रहा है तो वह केवल मायावती की वजह से।