उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए अच्छी खबर, सरकार नर्सिंग और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की देगी मुफ्त ट्रेनिंग

उत्तर प्रदेश सरकार ने युवाओं को मुफ्त नर्सिंग और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर प्रशिक्षण देने की घोषणा की है। इच्छुक युवा आधिकारिक वेबसाइट diupmsme.upsdc.gov.in पर जाकर अपने आवेदन कर सकते हैं।
 
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने युवाओं के लिए बड़ा ऐलान किया है। उत्तर प्रदेश सरकार स्वरोजगार मिशन के तहत युवाओं को नर्सिंग और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की निशुल्क ट्रेनिंग दी जाएगी। इस योजना से जुड़ने वाले सभी युवा अपनी पसंद का कोई भी क्षेत्र चुन सकते हैं। इसमें युवाओं को चुने गए क्षेत्र में पूरे चार महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए इच्छुक और पात्र युवाओं को आधिकारिक वेबसाइट diupmsme.upsdc.gov.in पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन करने की अंतिम तिथि 5 अगस्त 2024 है। साथ ही आवेदन के बारे में अधिक जानकारी के लिए जिला उद्योग एवं प्रोत्साहन विभाग से संपर्क कर सकते हैं।READ ALSO:-गाजियाबाद : 500 एकड़ में बनेगा नया गाजियाबाद, इस टाउनशिप में होंगी अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस ये सभी सुविधाएं

 

उत्तर प्रदेश नर्सिंग और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की निशुल्क ट्रेनिंग के लिए अनिवार्य योग्यता क्या है?
इसके लिए छात्रों का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं पास होना जरूरी है। इस योजना के लिए सिर्फ एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के युवा ही पात्र माने जाएंगे। आवेदन करने वाले युवाओं की उम्र कम से कम 18 साल और अधिकतम 45 साल के बीच होनी चाहिए। इससे कम या ज्यादा होने पर आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किया जाएगा। 

 

उत्तर प्रदेश स्वरोजगार मिशन योजना के लिए कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए?
  • 10वीं की मार्कशीट
  • जाति प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • आधार कार्ड
  • दो फोटो

 

उत्तर प्रदेश स्वरोजगार मिशन योजना क्या है?
यह उत्तर प्रदेश में चलाई जा रही एक ऐसी योजना है जिसके जरिए उद्यमों को बढ़ावा दिया जाता है। साथ ही, राज्य के शिक्षित युवाओं को स्वरोजगार के अवसर दिए जाने हैं। सरकार युवाओं को स्वरोजगार के लिए लोन भी देती है। इससे राज्य के पिछड़े वर्ग के युवाओं को आगे बढ़ने में मदद मिलती है। साथ ही, इस निःशुल्क प्रशिक्षण के जरिए सरकार युवाओं को तकनीकी रूप से मजबूत करना चाहती है। साथ ही, उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को संबंधित क्षेत्र में हुनर ​​सिखाया जाएगा। इससे स्वरोजगार और रोजगार के क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी बढ़ेगी।