UP में गर्मी से मौत: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए निर्देश- लू से बचाव के पुख्ता इंतजाम करें, अनावश्यक बिजली की कटौती न करें
उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी और लू के हालात के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
Jun 19, 2023, 14:29 IST
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में लू और भयंकर गर्मी से हो रही मौतों और इससे बचाव के संबंध में सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वह प्रदेश में हर स्तर पर बचाव के पुख्ता इंतजाम करें। लोगों को हीट स्ट्रोक के लक्षण और इससे बचाव के बारे में जागरूक करें। राहत आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए।READ ALSO:-बदल जाएंगे आदिपुरुष के विवादित डायलॉग्स: तेल तेरे बाप का, लंका लगा देंगे डायलॉग से लोग नाराज..; लेखक मनोज मुंतशिर ने कहा- इस हफ्ते ही करेंगे बदलाव
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी नगर निकायों और ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर पानी की टंकियां रखी जाएं। बाजार व मुख्य मार्गों पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था की जाए। इस कार्य में सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाए। सड़कों पर पानी का नियमित छिड़काव किया जाए। पानी की कमी से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों से जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने निर्देश दिया कि भीषण गर्मी के बीच पशुधन और वन्य जीवों की सुरक्षा का भी ध्यान रखना जरूरी है। सभी प्राणि उद्यानों एवं अभ्यारण्यों में हीट-वेव एक्शन प्लान को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। लू की स्थिति में पशुपालकों को सुरक्षित रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं। गौशालाओं में पशुओं के चारे-पानी की समुचित व्यवस्था हो।
रोस्टर के अनुसार पेयजल आपूर्ति करें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि शहरों में निर्धारित रोस्टर के अनुसार पेयजल आपूर्ति की जाये। सभी चापाकलों को चालू रखना चाहिए। ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का सुचारू संचालन किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर किसी पवित्र कार्य, पशु, कुत्ते आदि के लिए पानी और छाया की व्यवस्था की जानी चाहिए। आम लोगों को पक्षियों के लिए छोटे बर्तनों में पानी और दाना रखने के लिए जागरूक करें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि शहरों में निर्धारित रोस्टर के अनुसार पेयजल आपूर्ति की जाये। सभी चापाकलों को चालू रखना चाहिए। ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का सुचारू संचालन किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर किसी पवित्र कार्य, पशु, कुत्ते आदि के लिए पानी और छाया की व्यवस्था की जानी चाहिए। आम लोगों को पक्षियों के लिए छोटे बर्तनों में पानी और दाना रखने के लिए जागरूक करें।
भीषण गर्मी और लू का मौसम चल रहा है। ऐसे में गांव हो या शहर कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें। ट्रांसफार्मर जलने व तार गिरने जैसी समस्याओं का अविलंब समाधान किया जाए।
बैठक में मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, अपर मुख्य सचिव वन, प्रमुख सचिव राजस्व एवं राहत आयुक्त उपस्थित थे।