उत्तर प्रदेश में बढ़ा ठंड का कहर, कोल्ड वेव से कांपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश, कोहरे का येलो अलर्ट जारी; इन जिलों में होगी बारिश!

उत्तर प्रदेश में जबरदस्त कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कई जिलों में बारिश के कारण तापमान में काफी गिरावट आई है। इससे बच्चों और बुजुर्गों की परेशानी बढ़ गयी है।  मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों में घने कोहरे और शीतलहर के कारण गलन जारी रहेगी। 
 
उत्तर प्रदेश में कोहरे और ठंडी हवाओं ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ठंड से बचाव के लिए लोगों को गर्म कपड़े और अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। पिछले 24 घंटों में राज्य के कई इलाकों में बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में घना कोहरा छाया रहेगा।  तापमान की बात करें तो अगले 24 घंटों के दौरान किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि, उसके बाद तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी देखी जा सकती है। Read also:-UP : ये होगा गाजियाबाद का नया नाम, नगर निगम में प्रस्ताव पास, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लेंगे आखिरी फैसला

 

 

 

पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश के कई जिले कोहरे की चपेट में रहे। वहीं, कुछ इलाकों में कोल्ड डे कंडीशन देखने को मिली। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश में वाराणसी सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, सबसे कम तापमान मुजफ्फरनगर में दर्ज किया गया। यहां न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री रहा। 

 

लखनऊ में बारिश
राजधानी लखनऊ में भी बारिश से ठंड बढ़ गई है। लगातार चल रही शीतलहर ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। राजधानी में कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है। इसके चलते लोगों ने गर्म कपड़ों के साथ अलाव का भी सहारा लिया।

 

कोहरे का येलो अलर्ट जारी
अगले 24 घंटे में सहारनपुर, फैजाबाद, अमेठी, रायबरेली, कानपुर, प्रतापगढ़, सीतापुर, कन्नौज, उन्नाव, प्रयागराज, वाराणसी समेत कई अन्य जिलों में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है। घने कोहरे और धुंध के कारण सुबह सड़कों पर सन्नाटा नजर आया। ठंड बढ़ने से लोगों की जीवनशैली प्रभावित हुई है। 

 

अगले 5 दिनों में कैसा रहेगा मौसम?
अगले 5 दिनों तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है और अगले 2 दिनों तक शीतलहर और घना कोहरा जारी रहने की संभावना है। 12 जनवरी के बाद दिन में हल्की धूप से राहत मिल सकती है। - डॉ. यूपी शाही मौसम विज्ञान कृषि विश्वविद्यालय