बिजनौर : हाथरस और अलीगढ़ की घटनाओं पर बोले चंद्रशेखर आजाद-'पुलिस दोनों मामलों में निर्दोष लोगों को फंसा रही है, अपराधी घूम रहे खुलेआम
बिजनौर की नगीना सीट से आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सोमवार को आरोप लगाया कि हाथरस भगदड़ और अलीगढ़ में अल्पसंख्यक समुदाय के युवक की पीट-पीटकर हत्या ने साबित कर दिया है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है।
Jul 8, 2024, 20:43 IST
बिजनौर की नगीना सीट से आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सोमवार को आरोप लगाया कि हाथरस भगदड़ की घटना और अलीगढ़ में अल्पसंख्यक समुदाय के युवक की पीट-पीटकर हत्या ने साबित कर दिया है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। 18 जून को अलीगढ़ में फरीद उर्फ औरंगजेब की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। दो जुलाई को हाथरस भगदड़ की घटना में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने पहुंचे आजाद ने पत्रकारों से कहा कि इन दोनों घटनाओं से साफ संकेत मिलता है कि उत्तर प्रदेश पुलिस लोगों की सेवा करने का नैतिक अधिकार खो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों मामलों में पुलिस निर्दोष लोगों को फंसा रही है और अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। READ ALSO:-मुजफ्फरनगर : पहली बारिश ने खोली पोल, ज्यादा पानी आने से देखते ही देखते बही सड़क, 20 गांवों का आवागमन प्रभावित, गंग नहर का पानी खेतों में घुसा-Video
जानिए अलीगढ़ की घटना पर क्या बोले चंद्रशेखर आजाद?
अलीगढ़ की घटना का जिक्र करते हुए आजाद ने कहा कि मृतक के परिजनों ने मुझे बताया कि बेरहमी से पिटाई के कारण फरीद के शरीर की 22 हड्डियां टूट गई थीं। उसे लोहे और स्टील की रॉड से पीटा गया था और पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। उन्होंने दावा किया कि मामले में नामजद होने के बावजूद छह से अधिक आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं जबकि मृतक के कई रिश्तेदारों पर डकैती के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। सांसद ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि उत्तर प्रदेश में न्याय व्यवस्था किस तरह काम कर रही है। आजाद ने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे और लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उन्हें इसकी जानकारी देंगे।
जानिए, हाथरस कांड पर क्या बोले चंद्रशेखर आजाद?
हाथरस में भगदड़ मामले में प्रवचनकर्ता हरिनारायण साकर विश्वहारी उर्फ 'भोले बाबा' की गिरफ्तारी न होने के सवाल पर सांसद ने कहा कि मैं ऐसे व्यक्ति की गिरफ्तारी की मांग कैसे कर सकता हूं जिसका नाम पुलिस ने मामले में लेना उचित नहीं समझा।
हालांकि उन्होंने कहा कि भगदड़ मामले में निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है जबकि यह पूरी घटना प्रशासन की घोर विफलता का नतीजा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्संग स्थल पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई क्योंकि "एक गरीब व्यक्ति की जान का प्रशासन की नजर में कोई मूल्य नहीं है।" हाथरस भगदड़ की घटना में मारे गए लोगों के परिवारों को राज्य सरकार द्वारा दी गई दो-दो लाख रुपये की सहायता को अपर्याप्त बताते हुए आजाद ने कहा कि यह समाज में हाशिए पर पड़े लोगों के प्रति सरकार के उदासीन रवैये को दर्शाता है।