UP : ट्रेन में खून से लथपथ मिली थी महिला कांस्टेबल, रात में इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने लगाई कोर्ट, आज फिर सुनवाई;

महिला सिपाही के चेहरे पर 15 टांके लगे हैं। सिर पर भी गंभीर चोट के निशान हैं।  पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और कड़ी से कड़ी जोड़कर मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। मामले की जांच GRP एसपी पूजा यादव खुद कर रही हैं। 
 
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में सरयू एक्सप्रेस में महिला सिपाही के साथ हुई जघन्य घटना के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है, जिस तरह से सरयू एक्सप्रेस में महिला सिपाही के साथ यह घटना हुई है, उससे ट्रेन में महिलाओं की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है। सवाल उठ खड़े हुए हैं. यात्रियों का कहना है कि जब ट्रेन में पुलिस विभाग ही सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी कैसे सुरक्षित होगा. वहीं, रविवार रात इस मामले की सुनवाई इलाहाबाद हाई कोर्ट में हुई। हाईकोर्ट ने सभी जिम्मेदारों को तलब किया है। आज सभी को कोर्ट में पेश होकर जवाब देना है।READ ALSO:-UP : चलती कार में BA की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म, बेहोशी की हालत में सड़क किनारे फेंका, नौकरी दिलाने के बहाने साथ ले गए थे आरोपी

 

मामला पिछले महीने 30 अगस्त का है। महिला सिपाही प्रयागराज जिले की रहने वाली है. वर्तमान में वह सुल्तानपुर जिले में तैनात हैं। महिला कांस्टेबल की ड्यूटी अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में सावन मेले में प्रतिदिन सुबह 3 बजे से शाम 5:40 बजे तक लगी थी। 28 अगस्त को वह किसी काम से सुल्तानपुर गई थी और 29 अगस्त की शाम सरयू एक्सप्रेस पकड़कर वापस ड्यूटी पर अयोध्या जा रही थी। सरयू एक्सप्रेस प्रयागराज से चलकर सुल्तानुपर होते हुए अयोध्या और मनकापुर पहुंचती है।

 
ड्यूटी पर सुल्तानपुर से अयोध्या जा रहे थे
ट्रेन में नींद आने के कारण महिला सिपाही अयोध्या के बजाय मनकापुर पहुंच गई। ट्रेन सुबह मनकापुर से चली और साढ़े चार बजे अयोध्या पहुंची। अयोध्या में जब यात्रियों ने खाली बोगी में खून से लथपथ महिला कांस्टेबल को देखा तो रेलवे पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर रेलवे पुलिस आनन-फानन में पहुंची और उसे श्रीराम अस्पताल ले गई, जहां उसकी हालत गंभीर देख उसे दर्शननगर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। वहां भी स्थिति में सुधार न होता देख महिला सिपाही को लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

 

सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई, लेकिन महिला कांस्टेबल अयोध्या स्टेशन पर नहीं दिखीं
घटना की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी पुलिस ने अयोध्या जंक्शन पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। हालांकि जांच के दौरान पुलिस को महिला सिपाही कहीं भी ट्रेन से उतरते नहीं दिखी। ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि मनकापुर स्टेशन पर उसके साथ अमानवीय कृत्य हुआ होगा। एसपी GRP पूजा यादव भी मनकापुर स्टेशन पहुंचीं और जांच की। SP पूजा यादव ने कहा कि हम अभी जांच कर रहे हैं। महिला कांस्टेबल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।

 

उसके सिर पर किसी धारदार हथियार से वार किया गया था
महिला सिपाही अभी भी लखनऊ ट्रॉमा सेंटर में बेहोश है। ट्रेन में सफर कर रहे प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला कांस्टेबल के कपड़े अस्त-व्यस्त थे। चेहरे पर किसी धारदार हथियार से हमला किया गया था। गाल पर साइड कट का निशान था। सिर से खून भी निकल रहा था। भौंहें भी कटी हुई थीं। दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज में शुरुआती जांच में सिर और चेहरे पर चोट के निशान मिले। चेहरे पर करीब 15 टांके लगाने पड़े। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि महिला कांस्टेबल के साथ गैंग रेप की घटना हुई है या नहीं। एसपी पूजा यादव का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही चीजें स्पष्ट हो पाएंगी।

 

जिम्मेदारों को आज हाईकोर्ट में जवाब देना होगा
महिला सिपाही के भाई ने भी दुष्कर्म की घटना से इनकार किया है। उनका कहना है कि कुछ मीडिया संस्थान गैंगरेप की खबरें चला रहे हैं, जो गलत है। इससे उनके परिवार की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। अब उनकी बहन की हालत बेहतर है। उधर, इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया और रविवार रात 9 बजे मामले की सुनवाई की। चीफ जस्टिस ने सभी जिम्मेदारों से जवाब तलब किया है। आज सभी को रिपोर्ट के साथ कोर्ट में पेश होना है।