उत्तर प्रदेश में उपचुनाव से पहले राजनैतिक नारों की जंग, 'बंटेंगे तो कंटेंगे' के जवाब में समाजवादी पार्टी का नया नारा..."जुड़ेंगे तो जीतेंगे"

उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में सियासी नारों की जंग तेज हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'अयोध्या से बंटेंगे तो कटेंगे' के नारे को धार देने के साथ ही राम-हनुमान और रावण के उदाहरणों के साथ विपक्ष पर हमला तेज कर दिया है।
 
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव को लेकर बढ़ती राजनीतिक सरगर्मियों के बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नारों की जंग तेज हो गई है। शीर्ष नेताओं के बीच गोली और बुलडोजर को लेकर खींचतान के बाद अब नारों के जरिए राजनीतिक संदेश देने की कोशिशें तेज हो गई हैं। READ ALSO:-मेरठ : पुलिसकर्मी पिता-पुत्र ने इंजीनियर पर किया चाकू और रॉड से हमला, दिवाली पर पटाखे फोड़ने को लेकर हुआ विवाद

 

मंडल बनाम कमंडल की राजनीति को धार देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'बंटेंगे तो कंटेंगे के नारे' के नारे के साथ अभियान की शुरुआत की और उन्होंने हिंदुत्व के मुद्दे को फिर धार देने की मुहिम शुरू कर दी है। ऐसे में पीडीए के जरिए पिछड़ों दलितों और अल्पसंख्यकों की गोलबंदी में जुटी समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने फिर जातीय गोलबंदी तेज कर दी है, ताकि लोकसभा चुनाव में मिली बढ़त को बरकरार रखा जा सके। 

 

यही वजह है कि सपा की ओर से लखनऊ में एक और पोस्टर लगाया गया है। इस बार 'कटेंगे तो बटेंगे' के जवाब में 'जुड़ेंगे तो जीतेंगे' लिखकर पोस्टर लगाया गया है। नारों और लगातार पोस्टरबाजी को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासत गरमा गई है। 

 

'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश में हुई हिंसा को लेकर एकजुट हो रहे हिंदुओं पर 'बंटेंगे तो कटेंगे' वाला बयान दिया था। लेकिन यह बयान हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा की आक्रामक रणनीति का नया हथियार बन गया है। मिल्कीपुर में विधानसभा उपचुनाव भले ही टल गया हो, लेकिन दीपोत्सव पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब अयोध्या पहुंचे तो उन्होंने इस बयान को दोहराया। उन्होंने समाज को बांटने वाले रावण का जिक्र कर सपा और अन्य दलों की जातियों को बांटने की रणनीति पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने चाचाओं-काकाओं का भी सीधे तौर पर जिक्र किया।

 

बजरंगबली की गदा
अपने 20 घंटे के प्रवास के दूसरे दिन दिवाली पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिर कहा, हनुमान जी की गदा तालिबानी सोच वाले लोगों का इलाज करेगी। गदा से सनातन धर्म की भी रक्षा होगी। 2047 तक मथुरा-काशी को अयोध्या जैसा भव्य बनाने की बात कहकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिखा दिया है कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी किस तरह कमंडल के रास्ते पर आगे बढ़ने वाली है। 

 

धर्म के नाम पर उन्माद फैला रही भाजपा: सपा
प्रयागराज में दीपोत्सव के दिन सीएम योगी के बयान पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल की प्रतिक्रिया सामने आई। पाल ने कहा, भाजपा विभाजन और नफरत की राजनीति करती है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर धर्म के नाम पर उन्माद फैलाने का आरोप लगाया। पाल ने कहा, भाजपा शोषितों और वंचितों के अधिकारों को खत्म कर रही है। 

 

काशी और मथुरा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर पाल ने कहा, अयोध्या की जनता ने भाजपा के झूठ को नकार दिया है। अयोध्या ने इंसानों के बीच नफरत फैलाने वालों को सबक सिखाया है। भगवान राम के आह्वान पर ही अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी हारी है। भगवान राम ने संविधान बचाने के लिए भाजपा को हराने का आह्वान किया है। अयोध्या में जो समाजवाद लागू हुआ है, आने वाले दिनों में मथुरा और काशी में भी लागू होगा। विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी सभी 9 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।

 

सनातन धर्म हजारों साल पुराना है
इस बीच, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, सनातन धर्म हजारों साल पुराना है, यह कभी खतरे में नहीं था और न कभी होगा। सनातन धर्म अपनी अंतर्निहित शक्तियों के कारण संघर्ष करता है। प्रमोद तिवारी ने कहा कि जब से मोदी जी और योगी जी आए हैं, सनातन पर खतरा मंडरा रहा है। अगर सनातन सचमुच खतरे में है तो सत्ताधारी पार्टी को सत्ता से हट जाना चाहिए।