UP : नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता की मां बोली स्कूल प्रधानाचार्य हैवान है, मुझे लगता था - बेटी की तबीयत ठीक नहीं है; छात्रा से 2 महीने तक धमकाकर किया दुष्कर्म 

 मसूरी थाने में रहने वाली महिला का कहना है कि उसकी 13 वर्षीय बेटी नाहल गांव के एक स्कूल में कक्षा छह की छात्रा है। स्कूल  प्रधानाचार्य लंबे समय से उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म करता आ रहा है।
 
'मेरी बेटी पिछले कई दिनों से गुमसुम और चुप-चुप रहती थी। मैंने सोचा कि शायद इसकी तबियत नहीं होगी, इस लिए ऐसा हो रहा है। शुक्रवार की सुबह में बेटी से पूछा- आज स्कूल नहीं जाने है क्या? उसने रोते हुए बताया कि प्रबंधक शहादत पिछले दो महीने से उसके साथ क्या कर रह था। अगर हमें यह पहले से पता होता तो हम बच्ची को स्कूल में भेजते ही नहीं। वह प्रिंसिपल नहीं है, वह एक हैवान है। उसे सजा मिलनी चाहिए।Read Also:-UP : पुलिस की वर्दी पहन कर चुराई लग्जरी कार, घेराबंदी की तो चोर फिल्मी अंदाज में बैरियर तोड़ कर भागा; देखें Video

 

ये शब्द उस मां के हैं, जिसकी 13 साल की बेटी के साथ गाजियाबाद के एक निजी स्कूल में पिछले दो महीने से दुष्कर्म हो रहा था। इस घिनौनी हरकत को करने का आरोप किसी और पर नहीं बल्कि स्कूल के प्रधानाचार्य शहादत पर है। पुलिस ने शहादत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

 

गाजियाबाद जिले के मसूरी थाना क्षेत्र का एक गांव। यहां एक स्कूल है, जिसमें एक मदरसा भी चलता है। इसका प्रधानाचार्य शहादत है। ये गन्दा काम करने का आरोप किसी और पर नहीं, बल्कि स्कूल के प्रधानाचार्य शहादत पर है।शहादत पर कक्षा छह में पढ़ने वाली 13 वर्षीय किशोरी से पिछले दो माह से दुष्कर्म करने का आरोप है। बच्ची ने शुक्रवार को यह बात अपनी मां को बताई। इसके बाद मां ने मसूरी थाने में शहादत की शिकायत की। पुलिस ने आईपीसी की धारा 376(2)(एफ), 506 और पॉक्सो एक्ट 4(2) के तहत मामला दर्ज किया है। घटना के बाद आरोपी शहादत को फरार हो गया था, जिसे शनिवार शाम को गिरफ्तार कर लिया गया।
 

 

जिस बिल्डिंग में यह स्कूल चलता है, उसी में एक मदरसा भी चलता है। ये दोनों पिछले छह साल से चल रहे हैं। आरोपी प्रधानाचार्य मौलवी भी है। इस स्कूल की मान्यता छठी कक्षा तक है, लेकिन यहां आठवीं तक की कक्षाएं चलती हैं। स्कूल में 100 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं। हालांकि आज तक इस स्कूल या मदरसे से ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। यह पहला मामला है जब दूसरे माता-पिता भी अपने बच्चों के बारे में सोचने पर मजबूर हुए हैं।

 

मसूरी थाने के इंस्पेक्टर आरसी पंत ने बताया कि बच्ची का मेडिकल कराया गया है। स्लाइड बनाकर विस्तृत जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दी गई है। इधर आरोपी को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। थाने में पूछताछ के दौरान आरोपी ने एक बार भी अपना जुर्म कबूल नहीं किया। वह बार-बार इन बातों को गलत बताता रहा।