कोहरा हुआ कम और पारा बढ़ा, सुबह और शाम के समय हाथ पैर हो रहे सुन्न, शीतलहर से ठिठुरन जारी, पढ़ें-कब तक रहेगा ठंड का प्रकोप 

 नए साल की शुरुआत से ही ठंड के प्रकोप में कोई कमी नहीं हैं। ठंड और कोहरे के साथ शीत लहर ने पिछले पांच दिनों से लोगों को परेशान किया है। शुक्रवार को भी सर्द हवाओं का असर रहा।
 
नए साल की शुरुआत से ही ठंड से ही ठंड का प्रकोप जारी है। ठंड और कोहरे के साथ शीत लहर ने पिछले पांच दिनों से लोगों को परेशान किया हुआ है। शुक्रवार को भी सर्द हवाओं का पूरा असर रहा। हालांकि दोपहर में धूप निकलने से तापमान में 1.2 डिग्री की बढ़ोतरी जरूर हुई, लेकिन शाम होते होते फिर ठंड का प्रकोप बढ़ गया। शनिवार को सुबह से ही कोहरा छाया रहा। शीतलहर से लोग ठिठुरते नजर आए।Read Also:-मेरठ : करीब 7 महीने बाद पुलिस ने बेटे इमरान के साथ दिल्ली से किया गिरफ्तार; पुलिस ने रखा था 50 हजार का इनाम

 

गलन के साथ सर्दी के कारण सुबह-शाम हाथ-पैर सुन्न हो रहे हैं। लोगों को अतिरिक्त गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है। मौसम विभाग कार्यालय में दिन का अधिकतम तापमान 11.8 डिग्री सेल्सियस और रात का न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 1.8 डिग्री की बढ़ोतरी हुई, जबकि रात के तापमान में 0.7 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। इसके बावजूद ठंड का असर कम नहीं हुआ। भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान के मौसम विज्ञानी डॉ. एन सुभाष का कहना है कि पिछले पांच दिनों से स्थिति ऐसी ही है. 9 जनवरी से सर्दी का असर कुछ कम हो सकता है।

 

मेरठ में एक्यूआई 351 दर्ज
एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स शुक्रवार को सबसे खराब श्रेणी में पहुंच गया है। यहां के लोगों को बढ़ते एक्यूआई से भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शहर का एक्यूआई 351 दर्ज किया गया है, जो बेहद खराब श्रेणी में है। इसके अलावा जयभीमनगर के 382, बेगमपुल के 375 और गंगानगर 380 पल्लवपुरम 291 रिकॉर्ड किए गए हैं। कुछ दिन की राहत देने के बाद गुरुवार को फिर हवा सबसे खराब श्रेणी में दर्ज की गई।

 

ये है शहर का हाल

 

  • जयभीमनगर 382
  • बेगमपुल 375
  • गंगानगर 380
  • पल्लवपुरम 291
  • कैंट स्क्वायर 310
  • केसरगंज 320
  • दिल्ली रोड 360
  • शॉप्रिक्स मॉल 345
  • बिजली बंबा चौराहा 332
  • हापुड़ चौराहा 327

 

पिछले 6 दिनों का तापमान

 दिनांक   अधिकतम   न्यूनतम
    1                116.2         5.5
    2                14.8           9.4
    3                14.0           6.8
    4                12.0           6.1
    5                10.6           5.4
    6                11.8           6.1

 

सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. यूपी शाही का कहना है कि दिसंबर और जनवरी के महीने में रबी और दलहनी फसलों के लिए बारिश जरूरी है, लेकिन शीत लहर अभी भी जारी है.

 

7 से 8 जनवरी तक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होगी। इससे रात के तापमान में गिरावट आएगी। पश्चिमी विक्षोभ के 12 से 18 जनवरी के सप्ताह में और तेज होने की संभावना है।