रक्षाबंधन पर्व : भद्रा काल देख कर ही  राखी बांधे, भद्रा काल का समय यानि 11 अगस्त को सुबह 10.38 बजे से रात 8.50 बजे तक होगा 

रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त को मानाने की तैयारी चल रही है। आज के दिन सुबह 10.38 बजे भद्रा काल का हो रहा है जो की रात 8 बजकर 50 मिनट रहने वाला है। इसी दिन पूर्णिमा भी आ रही है।   
 
रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त को मनाया जाने वाला है। आज के दिन सुबह 10.38 बजे से भद्रा काल शुरू हो रहा है और ये रात 8.50 मिनट तक रहने  वाला है । साथ ही पूर्णिमा भी आ रही है। भद्रा काल में राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है। वहीं हिंदू धर्म में सूर्यास्त के बाद राखी बांधना भी सही नहीं माना जाता है। Read Also:-   मेरठ : कमिश्नरी के बाहर व्यक्ति ने खुद को लगाई आग, मकान पर कब्जा होने और मदद नहीं मिलने से आहत था व्यक्ति, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती,

 

इस वजह से राखी बांधने के सही समय को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। 11 अगस्त या 12 अगस्त को राखी बांधें। कौन सा मुहूर्त शुभ रहेगा? यह जानने के लिए हमने मेरठ के गंगानगर आई ब्लॉक में स्थित शिव शक्ति दुर्गा मंदिर के पुजारी और ज्योतिषी पंडित विनोद जी से बात की। पढ़िए उन्होंने क्या सुझाव दिया...

 

12 अगस्त को है रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद जी ने बताया, "जो तिथि सूर्य उदय में रहती है। वह पूरे दिन रहती है। ऐसे में भाद्रा काल में राखी नहीं बांधी जा सकती। कुछ आचार्यों ने 11 तारीख की घोषणा की है। द्वारकाधीश मंदिर में भी राखी 12 अगस्त को है। उत्तर भारत में ज्यादातर लोग 12 अगस्त को ही रक्षा बंधन मनाएंगे ऐसा पंडित जी का कहना है। उन्होंने कहा विभिन्न ग्रंथों में दिए गए सभी ज्योतिष और नियमों के अनुसार प्रदोष काल में भद्रा के बाद कई जगहों पर राखी मनाई जाती है। लेकिन उत्तर भारत में उदय-व्यापिनी पूर्णिमा के दिन, सुबह को इस पर्व को सुबह ही मनाने का रिवाज है इसलिए 12 अगस्त यानि शुक्रवार को उदय कालिक पूर्णिमा के दिन राखी भी बांधी जा सकती है।

 

ब्रज भूमि पंचांग के पंचांगकर पंडित कौशल किशोर कौशिक का भी मानना ​​है कि 12 अगस्त को सुबह 7:10 बजे से शाम तक राखी बांधी जा सकती है। क्योंकि 12 अगस्त को पूर्णिमा तिथि भी होगी और भद्रा नहीं होगी।