मेरठ : तिरंगा रैली में महात्मा गांधी बनने के लिए लड़की ने मुंडवाया अपना सिर, ऐसा करने के पीछे बताई खास वजह

बापू का रूप धारण करने के लिए रम्शा ने अपने सिर के बाल मुंडवा लिए। यह देख लोग एक-दूसरे से बाल मुंडवाकर सवाल पूछने लगे और वह भी लड़की के द्वारा बाल मुंडवाने से। लेकिन जब यही बात रम्शा से पूछी गई तो अपने जवाब ने सब चौंका दिया।
 
आरजी गर्ल्स इंटर कॉलेज की छात्राओं ने रैली निकालकर लोगों से अमृत महोत्सव में भाग लेने की अपील की। रैली में कुछ छात्राओं ने स्वतंत्रता सेनानियों के रूप में कपड़े पहने। उनमें से कुछ महात्मा गांधी, कुछ बोस और रानी लक्ष्मीबाई बनीं। छहवीं कक्षा में पढ़ने वाली रम्शा आजादी के अमृत पर्व पर गुरुवार को यहां छात्राओं द्वारा निकाली गई रैली में लोगों की आंखों का तारा बनीं। बापू का रूप धारण करने के लिए रामशा ने अपने सिर के बाल मुंडवा लिए। एक लड़की को बाल मुंडवाने को देख लोग बाल मुंडवाने को लेकर कर एक-दूसरे से सवाल पूछने लगे। लेकिन जब रम्शा से यही बात पूछी गई तो उसका जवाब सुनकर सभी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। Read Also:-   

उन्होंने कहा कि 'बापू ने देश के लिए अपनी जान दे दी, मैंने सिर्फ अपने बाल कटवाए हैं'। जब मुझे बापू का किरदार निभाने के लिए कहा गया तो मैंने परिवार में अपने बाल मुंडवाने के बारे में पूछा। पिता ने भी दी इजाजत उनका यह भी कहना है कि बापू देश के लिए कुर्बानी दे सकते हैं, उसके लिए बाल मुंडवाने में क्या पेरशानी है। जब मुझे बापू का रोल मिला तो वे सब बहुत खुश हैं।

 

रम्शा की मुखर बात विभिन्न सोशल प्लेटफॉर्म और मीडिया पर वायरल हो गई। लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। रैली में रम्शा ही आकर्षण का केंद्र नहीं थी साथ ही आसिया  झांसी की रानी बनीं और नेताजी सुभाष उर्मिश बने, ये सभी  आकर्षण का केंद्र बने, देश के प्रति बेटियों के समर्पण ने लोगों का दिल जीत लिया। आसिया ने कहा कि मुझे रानी लक्ष्मीबाई पसंद हैं। 

 

पिता ने खुद काटे अपनी बेटी के बाल
रम्शा ने बताया कि उसके पिता चांद मोहम्मद सैलून का काम करते हैं। जब मैंने उनसे बापू का रोल करने के लिए कहा तो वे खुश हो गए। परिवार में मां खुर्शीदा और भाई-बहन भी राजी हो गए। रम्शा के अनुसार, पिता ने स्वयं अपने सिर के बाल काटकर बापू की भूमिका को प्रोत्साहित किया।

 

बालों का क्या, फिर से आ जायेगें 
शहर के हापुड़ अड्डा इलाके की रहने वाली रम्शा बड़ी बेसब्री से कहती है कि अरे बालों का क्या है, ये तो फिर से आ जायेगें। अपने नाम का अर्थ पूछने पर रम्शा ने कहा कि मेरे नाम का अर्थ सुंदर है।