दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर (RRTS Corridor) को संभालने के लिए भारी स्टील स्पैन बनाए जाएंगे, मोदीनगर में यातायात में आसानी होगी आसानी 

 दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर स्टील स्पैन यातायात प्रबंधन में उपयोगी होगा। पूरे कॉरिडोर में 5 स्पैन बनाए जा रहे हैं।
 
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर स्टील स्पैन यातायात प्रबंधन में उपयोगी होगा। पूरे कॉरिडोर में 5 स्पैन बनाए जा रहे हैं। इसमें मोदीनगर में 2 स्टील स्पैन बनाए जा रहे हैं। इन पर काम 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा।Read Also:-सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने वाहनों से जुड़े इस नियम में किया बदलाव, मंत्रालय ने दी जानकारी

 

मोदी नगर में चल रहे निर्माण कार्य के तहत अलग-अलग जगहों पर 2 विशेष स्टील स्पैन बनाए जा रहे हैं। इनमें से पहला स्टील स्पैन कादराबाद में एनएच-34 को पार करने वाले नाले पर बनाया जा रहा है, जो मेरठ की दिशा में मोदी नगर उत्तर आरआरटीएस स्टेशन से थोड़ी दूरी पर है। यह नाला लगभग 50 मीटर चौड़ा है और इसे पार करने के लिए 54 मीटर चौड़ा और लगभग 450 टन वजन का विशेष गर्डर लगाया जा रहा है।

 

नाले के दोनों ओर 2-2 पोर्टल पियर (खंभे) और एक-एक विशेष खंभा तेजी से अवधि के लिए बनाया जा रहा है जो नाले से 14 मीटर की ऊंचाई पर चलेगा। विशेष स्तंभ नियमित स्तंभों की तुलना में अधिक मजबूत और मोटे होते हैं। इनकी नींव में भी आम खंभों के 4-6 ढेर की तुलना में 8 पाइल्स बनते हैं। हालांकि रैपिड के वायडक्ट में स्पैन की लंबाई 34 मीटर है, लेकिन यहां स्टील स्पैन 54 मीटर लंबा है। इस अवधि में आरआरटीएस ट्रेन जमीन से लगभग 14 मीटर की ऊंचाई को पार करेगी।​

 

पोर्टल पियर बनाया जा रहा है
दूसरा विशेष स्टील स्पैन मोदी नगर तहसील के पास से गुजरने वाले सिंचाई विभाग के साइफन (बंबा) पर बनाया जा रहा है। इस साइफन की चौड़ाई करीब 10 मीटर है। इस पर काबू पाने के लिए साइफन के दोनों ओर एक-एक पोर्टल घाट बनाकर 50 मीटर लंबा और करीब 400 टन विशेष स्टील स्पैन लगाया जाएगा। इस अवधि में आरआरटीएस ट्रेन जमीनी स्तर से करीब 14 मीटर की ऊंचाई पर साइफन को पार करेगी।

 

पूरे कॉरिडोर में 5 Spaniards होंगे
दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस के पूरे कॉरिडोर में 5 विशेष स्टील स्पीन बनाए गए हैं। इसमें वसुंधरा में रेलवे की मुख्य लाइन पर 73 मीटर लंबा स्पेशल स्पैन, गाजियाबाद स्टेशन के पास 150 मीटर लंबा स्टील स्पैन, दो 45 मीटर लंबा स्टील स्पैन डबल डिपो तक जाता है। आरआरटीएस के लिए वायडक्ट और ईपीई को पार करने के लिए 73 मीटर लंबे स्पैन बनाए गए हैं।