मेरठ, गाजियाबाद और नोएडा (NCR) में कोरोना के 69 सक्रिय मामले, गाजियाबाद में 24 घंटे में मिले 11 नए संक्रमित, बंद पड़े कोरोना वार्ड फिर से खुले
एनसीआर (NCR) के शहरों में कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोतरी होने लगी है। पिछले 24 घंटे के अंदर गाजियाबाद में कोरोना के 11 नए संक्रमित मिले हैं। मेरठ, गाजियाबाद और नोएडा में अब तक कोरोना के एक्टिव केस 69 हो गए हैं।
Mar 24, 2023, 15:06 IST
एनसीआर (NCR) के शहरों में कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोतरी होने लगी है। पिछले 24 घंटे के अंदर गाजियाबाद में कोरोना के 11 नए संक्रमित मिले हैं। मेरठ, गाजियाबाद और नोएडा में अब तक कोरोना के एक्टिव केस 69 हो गए हैं। इसे देखते हुए महीनों से बंद पड़े कोरोना वार्डों को एक बार फिर से खोल दिया गया है। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है। जो मरीज कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं वे किसी अन्य गंभीर बीमारी या गैस्ट्रोएन्टेराइटिस से पीडि़त हैं। मौसम में आए बदलाव की वजह से वायरल का सीजन भी चल रहा है।Read Also:-मेरठ डबल मर्डर केस : कलयुगी मां ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने बेटे-बेटी को मौत के घाट उतारा, नशे का इंजेक्शन देकर गला घोंट दिया....
गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक बीते 24 घंटे में 24 मार्च सुबह 8 बजे तक कोरोना के 11 नए कोरोना संक्रमित आए हैं। इससे पहले 23 मार्च को 5 और 22 मार्च को 15 नए मामले सामने आए थे। अब गाजियाबाद में कुल एक्टिव केस 36 हो गए हैं। इसमें 4 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं और बाकी होम आइसोलेट हैं। पूरे मार्च माह में अब तक 42 मामले सामने आ चुके हैं।
गाजियाबाद से सटे नोएडा में गुरुवार को कोरोना के 5 मामले सामने आए। इस तरह यहां भी एक्टिव मामले 30 हो गए हैं। 5 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं और बाकी होम आइसोलेशन में हैं। नोएडा में रोजाना करीब 500 लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। मेरठ में भी कोरोना के 3 मामले सामने आए हैं।
डॉक्टरो ने कहा- घबराने की बिलकुल जरूरत नहीं
गाजियाबाद में स्वास्थ्य विभाग के जिला निगरानी अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने कहा, सरकारी अस्पताल में कोरोना वार्ड खोला गया है। यहां फिलहाल चार मरीज भर्ती हैं। वे डॉक्टरों के गहन अध्ययन के तहत इलाज करवा रहे हैं। अन्य सभी अस्पतालों को भी एहतियात के तौर पर निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिन कोरोना मरीजों को भर्ती करने की जरूरत है, उन्हें पहले से कोई और गंभीर बीमारी थी या वे गैस्ट्रोएंटेराइटिस (AGE) से पीड़ित थे। ऐसे में आंतों में जलन और सूजन की समस्या हो जाती है। यह रोग तब होता है जब बैक्टीरिया पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं। इसमें दस्त और उल्टी होना आम बात है। गर्मी का मौसम आते ही गैस्ट्रोएंटेराइटिस की बीमारी बैक्टीरिया को पनपने के लिए उपयुक्त वातावरण देती है। ऐसे में लोगों को कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है।
गाजियाबाद में स्वास्थ्य विभाग के जिला निगरानी अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने कहा, सरकारी अस्पताल में कोरोना वार्ड खोला गया है। यहां फिलहाल चार मरीज भर्ती हैं। वे डॉक्टरों के गहन अध्ययन के तहत इलाज करवा रहे हैं। अन्य सभी अस्पतालों को भी एहतियात के तौर पर निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिन कोरोना मरीजों को भर्ती करने की जरूरत है, उन्हें पहले से कोई और गंभीर बीमारी थी या वे गैस्ट्रोएंटेराइटिस (AGE) से पीड़ित थे। ऐसे में आंतों में जलन और सूजन की समस्या हो जाती है। यह रोग तब होता है जब बैक्टीरिया पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं। इसमें दस्त और उल्टी होना आम बात है। गर्मी का मौसम आते ही गैस्ट्रोएंटेराइटिस की बीमारी बैक्टीरिया को पनपने के लिए उपयुक्त वातावरण देती है। ऐसे में लोगों को कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है।