आसमान में छाएंगे बदरा, होगी तेज बारिश! मौसम विभाग ने दिल्ली-UP-बिहार में मानसून को लेकर IMD की ताजा भविष्यवाणी

मौसम विभाग ने बुधवार यानी 19 जून को दिल्ली में हीटवेव का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके बाद हीटवेव का असर कम हो जाएगा। मौसम कुछ हद तक ठंडा होने लगेगा। उत्तर प्रदेश के बारे में मौसम विभाग ने कहा कि यहां पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में एक हफ्ते में यानी 23 से 24 जून तक मानसून पहुंच सकता है। बिहार में 20 से 21 जून तक मानसून पहुंचने की उम्मीद है।
 
देश में मानसून का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। कुछ राज्यों में जोरदार मानसूनी बारिश हो रही है। कुछ राज्यों में प्री-मानसून बारिश ने गर्मी को कम किया है, जबकि कुछ राज्य भीषण गर्मी की चपेट में हैं। दक्षिण-पश्चिम मानसून दक्षिण भारत से निकलकर मध्य भारत में प्रवेश करने लगा है। हालांकि पश्चिम बंगाल के पास रमल चक्रवात की गति कम हो गई है।READ ALSO:-अब लगवाएं सोलर रूफटॉप; और हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली पाएं, 1 करोड़ लोगों को मिलेगी सुविधा...ऐसे करें आवेदन

 

आज रात से एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। इसका असर पूरे उत्तर पश्चिम भारत में रहेगा। इसके असर से आज रात से ही बादल छाने और हल्की बूंदाबांदी के आसार हैं। इसलिए बुधवार से दिल्ली और आसपास के इलाकों में तापमान में हल्की गिरावट आने की संभावना है। दिल्ली में आज के लिए हीटवेव का रेड अलर्ट था। कल येलो अलर्ट रहेगा। पंजाब और हरियाणा में कल ऑरेंज अलर्ट है। इसके बाद दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान समेत सभी जगहों पर हीटवेव कम हो जाएगी।

 

गुजरात की बात करें तो वहां काफी देर हो चुकी है। 25-26 जून तक पूर्वी गुजरात में भी मानसून पहुंचने की संभावना है। अभी अगर कोई कम दबाव का क्षेत्र या चक्रवाती दबाव विकसित होता है तो वह उसे पाट सकता है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड जैसे गंगा के मैदानी इलाकों के सभी इलाकों में पश्चिमी हवाएं काफी तेजी से चल रही हैं। ये गर्म हवाएं काफी तेजी से चल रही हैं। ये मानसून को आगे बढ़ने से रोक रही हैं। ये हवाएं दो दिन बाद कमजोर पड़ जाएंगी और ऐसा लग रहा है कि 20 तारीख से मानसून पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में आगे बढ़ जाएगा।
दिल्ली में मानसून कब पहुंचेगा?
वैसे तो 27 जून के आसपास बारिश शुरू हो जाएगी, लेकिन अब देखना होगा कि मौसम विभाग उस बारिश को मानसूनी बारिश कब घोषित करता है, क्योंकि मानसूनी बारिश के कई मापदंड होते हैं। जैसे लगातार बारिश होनी चाहिए, पूर्वी हवा चलनी चाहिए, नमी बढ़नी चाहिए और तापमान में गिरावट होनी चाहिए। इसमें एक-दो दिन की देरी हो सकती है, लेकिन दिल्ली में मानसून जून के अंत तक आ जाएगा। यह पंजाब, दक्षिण हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली-एनसीआर तक पहुंचेगा। इसमें कोई बड़ी देरी नहीं है।

 

 पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहली मानसूनी बारिश कब होगी
26 जून तक लखनऊ, कानपुर, बाराबंकी, बहराइच तक पहुंचने की संभावना है। पश्चिमी यूपी में 26-27 जून तक मानसून के पहुंचने की उम्मीद है। बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर में 26-27-28 जून तक मानसून के पहुंचने की संभावना है। झांसी, ललितपुर तक मानसून के पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। दिल्ली में मानसून के पहुंचने की सामान्य तिथि 27 जून के आसपास है। ऐसा लग रहा है कि मानसून 27-28 जून के आसपास पहुंच सकता है।

 

बिहार में कब होगी बारिश?
कोलकाता में 20-21 जून तक मानसून के पहुंचने की संभावना है। फिर पटना, रांची, जमशेदपुर, गया, भागलपुर, पूर्णिया, बिहार और झारखंड के इन इलाकों में 20-21 जून तक पहुंचने की उम्मीद है। छत्तीसगढ़ के इलाकों की बात करें तो अंबिकापुर, सरगुजा, रायगढ़, दुर्ग, बस्तर में 22-23 जून तक इसके पहुंचने की उम्मीद है। पूर्वी उत्तर प्रदेश की बात करें तो प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, बस्ती, मऊ, बलिया, गाजीपुर, भदोही, जौनपुर, चित्रकूट से लेकर अयोध्या, फैजाबाद, रायबरेली तक 23-24 जून तक पहुंच सकता है।

 

पश्चिमी हरियाणा के सिरसा फतेहाबाद के इलाकों में मानसून आने के लिए जून के अंत तक इंतजार करना पड़ेगा। पश्चिमी पंजाब जैसे गुरदासपुर, अमृतसर, पठानकोट और तरनतारन में मानसून काफी देरी से पहुंचता है। यह जुलाई के पहले सप्ताह तक पहुंचेगा। हालांकि जून के अंत तक बारिश शुरू हो जाएगी। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अधिकांश इलाके तब तक कवर हो जाएंगे।

 

गुजरात में 6 घंटे में 233 मिमी बारिश
बता दें कि मानसून गुजरात में प्रवेश कर चुका है। देवभूमि द्वारका जिले की खंभालिया तहसील में रविवार दोपहर को महज 6 घंटे में करीब 9.25 इंच (233 मिमी) बारिश हुई। भारी बारिश के कारण आसपास की नदियां और नाले उफान पर आ गए। वहीं, खेतों में पानी भर गया। कई जगहों पर निचले हिस्सों में पानी भरने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। खेतों में भरा पानी ऐसा लग रहा है मानो समुद्र हो। हर तरफ पानी ही पानी नजर आया।

 

खंभालिया के अलावा पोरबंदर में भी ढाई इंच (66 मिमी) और देवभूमि द्वारका जिले की भानवड़ तहसील में 2.25 इंच (55 मिमी) बारिश हुई। इस दौरान पोरबंदर जिले की राणावाव तहसील में 36 मिमी, भावनगर जिले की गरियाधर में 27 मिमी, पालीताणा में 10 मिमी, अमरेली जिले की लीलिया में 14 मिमी तथा बाबरा तहसील में 7 मिमी बारिश हुई।इसके अलावा मध्य प्रदेश में मौसम खुशनुमा बना हुआ है। प्री-मानसून ने एंट्री कर ली है।