केंद्रीय मंत्री जी को समर्थक किताबों से तोल रहे थे, तभी टूट गया तराजू , फिर जो हुआ.....देखें वीडियो

 केंद्रीय मंत्री और बुलढाणा जिले के सांसद प्रतापराव जाधव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में वे तराजू से गिरते हुए दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, वे अपने वजन के बराबर किताबें दान करना चाहते थे।
 
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद कई सांसद मंत्री बन गए और अब अपने क्षेत्रों में लौट रहे हैं। अपने नेता के मंत्री बनने से क्षेत्र के लोग काफी उत्साहित हैं। महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले से सांसद प्रतापराव जाधव का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह तराजू से गिरते नजर आ रहे हैं। दरअसल, उनके समर्थक उन्हें किताबों से तौल रहे थे, तभी तराजू टूट गया। इसका वीडियो वायरल हो गया और मंत्री की काफी आलोचना हो रही है।READ ALSO:-Video : सोशल मीडिया स्टार ने एयरपोर्ट पर किया डांस, लोगों ने कर दिया बुरी तरह ट्रोल और बोले क्या कोई इन पर कार्रवाई करेगा?

 

बुलढाणा जिले के सांसद प्रतापराव जाधव शिवसेना शिंदे गुट के नेता हैं और वह पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं। इसके बाद जब वह अपने क्षेत्र में पहुंचे तो मंत्री के वजन के बराबर किताबें तौलकर गरीब बच्चों में बांटने की योजना बनाई गई। सब कुछ ठीक रहा। तराजू के एक तरफ किताबें रखी गईं जबकि मंत्री को दूसरी तरफ बैठना पड़ा।

 


जैसे ही मंत्री किताबों का वजन करवाने के लिए तराजू पर बैठे, तराजू टूट गया और वह गिर पड़े। जैसे ही मंत्री तराजू पर बैठे, वह वजन सहन नहीं कर सका और तराजू का एक किनारा टूट गया। मंत्री के गिरते ही उनके समर्थकों ने तुरंत उन्हें संभाला और उनकी देखभाल की। गनीमत रही कि इस दौरान किसी को चोट नहीं आई। इसका वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

 

एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि वह किताबों से अपना वजन करवा रहे हैं, यह बिल्कुल भी सही नहीं लगता। एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि तराजू वजन तौलता है, गुण नहीं और किताबें तो विद्या होती हैं। एक ने लिखा कि किताबें ज्ञान का भंडार हैं, इनसे किसी को नहीं तौला जा सकता, जिसने भी तौलने की कोशिश की, वह ऐसे ही गिर गया।

 

एक अन्य ने लिखा कि ये नेता कब तक ऐसी हरकतें करते रहेंगे। इन लोगों को यह शोभा नहीं देता। एक ने लिखा कि कार्यकर्ता अपने नेताओं की नजरों में आने के लिए कुछ भी करते हैं और सांसद, विधायक, मंत्री इसी को अपनी ताकत समझते हैं। जब दिखावे के लिए ऐसा कुछ किया जाता है, तो उसका नतीजा भी यही होता है। एक ने लिखा कि मंत्री घायल होने से बच गए, यह उनकी सुरक्षा में चूक है। इसकी जांच होनी चाहिए।