प्रिंसिपल दंपति ने की अपनी दो बेटियों की हत्या, बोले - कल से सतयुग होगा शुरू, लौट आएंगीं दोनों

 

आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में माता-पिता ने अंधविश्वास और अति भक्ति के कारण दो बेटियों की बेरहमी से हत्या कर दी। यह घटना राष्ट्रीय बालिका दिवस (24 जनवरी) पर रविवार रात को चित्तूर (Chittoor) जिले के मदनपल्ली में हुई है। 

पुलिस के अनुसार, मदनपल्ली शहर के टीचर्स कॉलोनी शिवनगर निवासी वल्लुरुपल्ले पुरुषोत्तम नायडू और पद्मजा रह रहे हैं। पुरुषोत्तम नायडू महिला डिग्री कॉलेज में वाइस प्रिंसिपल और पद्मजा मास्टर माइंड स्कूल की प्रिंसिपल हैं। उन्हें दो बेटियां अलेख्या (27) और साईदिव्या (22) हैं। बड़ी लड़की अखेल्या ने भोपाल से मास्टर्स डिग्री हासिल की थी। वहीं छोटी लड़की साई दिव्या ने बीबीए किया हुआ था। साई दिव्या मुंबई में एआर रहमान म्यूजिक स्कूल की छात्रा थी और लॉकडाउन के दौरान घर लौटी थी।

पड़ोसियों का कहना है कि ये परिवार लॉकडाउन के दौरान से ही अजीब तरीके से बर्ताव कर रहा था। रविवार को एकादशी पर इस परिवार ने घर मे विषय पूजा रखी थी। पड़ोसियों ने बताया कि रविवार रात को इस घर से चिल्लाने की आवाजें सुनीं तो पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घर के अंदर जाना चाहा, लेकिन दम्पति ने उन्हें रोकने की कोशिश की। पुलिस ने सख्ती करते हुए घर में प्रवेश किया तो अंदर का नजारा देखकर हैरान रह गई।

एक लड़की की लाश पूजा वाले कमरे से मिली। दूसरी लड़की की लाश एक और कमरे से मिली। दोनों लाशें लाल कपड़े से ढकी थीं। पुलिस में बताया कि माता-पिता ने व्यायाम के लिए उपयोग में आने वाले डंबल से दो बेटियों की बेहरमी से हत्या कर दी।

यह दम्पति बेटियों की हत्या करने के बाद भी जरा से तनाव में नहीं दिखा। पुलिस ने उनसे जब पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि "उनकी दोनों लड़कियां सूरज उगने के साथ ही जीवित हो जाएंगी, क्योंकि ‘कलयुग’ खत्म हो जाएगा और सोमवार से ‘सतयुग’ शुरू हो जाएगा। दोनों सत्य की दुनिया में लौटकर आएंगी, हमें एक दिन का समय दीजिए, हम उन्हें बचा लेंगे। पुलिस ने पति-पत्नी को हिरासत में ले लिया और दोनों लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।