न्यू पार्लियामेंट बिल्डिंग: नए संसद भवन का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रपति से इसका उद्घाटन करने की मांग की....

 सुप्रीम कोर्ट में दायर एक जनहित याचिका में मांग की गई है कि संसद के नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा करवाया जाना चाहिए।
 
नए संसद भवन के उद्घाटन का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में दायर एक जनहित याचिका में मांग की गई है कि संसद के नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि कई विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद भवन के उद्घाटन का विरोध करने वाले कार्यक्रम का बहिष्कार करने की बात कही है। READ ALSO:-मेरठ: उत्तर प्रदेश के 3 और शहरों से गुजरेगी वंदे भारत, मेरठ-सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में स्टॉपेज, मेरठ से दिल्ली केवल 1 घंटे में पहुंचाएगी

 

गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। कहा गया है कि राष्ट्रपति को उद्घाटन समारोह से बाहर कर सरकार ने भारतीय संविधान का उल्लंघन किया है। संविधान का सम्मान नहीं किया जा रहा है। इसमें मांग की गई कि संसद के नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए।

 

 

 

इन राजनीतिक दलों ने बहिष्कार किया
  • राजद ने बुधवार सुबह ही ऐलान कर दिया था कि वह समारोह का बहिष्कार करेगा।
  • जदयू ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का भी ऐलान किया।
  • एनसीपी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होगी।
  • द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करेगी।
  • AIMIM ने भी बहिष्कार का ऐलान किया, कहा- लोकसभा अध्यक्ष नए भवन का उद्घाटन करें।
  • तृणमूल कांग्रेस ने सबसे पहले समारोह में शामिल नहीं होने की बात कही थी।
  • इसके बाद आम आदमी पार्टी ने भी समारोह में शामिल नहीं होने का ऐलान किया।
  • भारतीय भाकपा ने मंगलवार को उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की जानकारी दी थी।
  • विदुथलाई चिरुथिगल काची (VCK) भी 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल नहीं होंगे।
  • समाजवादी पार्टी ने बुधवार दोपहर घोषणा की कि वह 28 मई को दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करेगी।