दिल दहलाने वाला डरावना वीडियो, छुट्टियां मनाने आए एक ही परिवार के 5 सदस्य झरने में बह, 3 के शव बरामद, दो लापता 

मुंबई के पास लोनावला में छुट्टियां मनाने गया एक पूरा परिवार बह गया। मानसून की छुट्टियां मनाने लोनावला आए परिवार के पांच सदस्य एक झरने में बह गए। यह झरना भूसी बांध के पीछे एक पहाड़ी पर बना है। इसे रेलवे झरना भी कहा जाता है।
 
मुंबई से सटे लोनावाला में छुट्टियां मनाने गया एक पूरा परिवार खत्म हो गया। मानसून की छुट्टियां मनाने लोनावाला आए परिवार के पांच सदस्य झरने में बह गए हैं। यह झरना भूसी बांध के पीछे एक पहाड़ी पर बना है। इसे रेलवे फॉल्स भी कहा जाता है। इस घटना का एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है जिसमें वह पल कैद हुआ है जब सात लोगों का एक परिवार तेज बहाव में बह गया।READ ALSO:-बिजनौर : सांसद चंद्रशेखर आजाद का बड़ा बयान, बोले-कांवड़ यात्रा से दिक्कत नहीं तो 20 मिनट नमाज़ पढ़ने से किसी को दिक्कत क्यों?

 

पुलिस ने मृतकों की पहचान शाहिस्ता लियाकत अंसारी (36), अमीमा आदिल अंसारी (13) और उमेरा आदिल अंसारी (8) के रूप में की है। साथ ही तेज बहाव में लापता हुए कुछ लोगों के शव जलाशय के एक तरफ से बरामद किए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि अदनान सबहत अंसारी (4) और मारिया अकील अंसारी (9) अभी भी लापता हैं।

 


लापता बच्चों का पता लगाने के लिए बचाव दल और नौसेना के गोताखोरों ने देर शाम तक तलाशी अभियान चलाया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अंसारी परिवार के सदस्य भूशी बांध के पास झरना देखने गए थे, लेकिन इलाके में भारी बारिश के कारण अचानक पानी का बहाव तेज हो गया और परिवार के 5 सदस्य बह गए। 

 

जिस परिवार के साथ यह दर्दनाक हादसा हुआ, उसके एक रिश्तेदार ने बताया कि मुंबई से कुछ रिश्तेदार शादी में आए थे। पानी में बहने वाला परिवार पुणे सैयद नगर का रहने वाला है। पुणे के एसपी पंकज देशमुख ने यह जानकारी दी है। घटना कल दोपहर करीब डेढ़ बजे की है। स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे और रस्सियों और ट्रैकिंग गियर के साथ जीवित बचे लोगों की तलाश शुरू की।

 

रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस के मुताबिक पर्यटक झरने में फिसल गए और नीचे जलाशय में डूब गए। स्थानीय लोगों ने कहा कि वे झरने के तल पर खड़े काई वाले पत्थरों पर फिसल गए होंगे और पानी के बल से बह गए होंगे। उसी जगह के एक अन्य कथित वीडियो में पानी के बहाव के दौरान सैकड़ों लोग बांध और उसकी दीवार के किनारे बैठे दिखाई दे रहे हैं। झरने के बीचोबीच खाने-पीने की दुकानें दिखीं, जहां पर्यटक बिना किसी सुरक्षा की चिंता के तेज बहते पानी का आनंद ले रहे थे। पर्यटकों को इलाके में घुसने से रोकने के लिए कोई सुरक्षा व्यवस्था भी नहीं थी।