जेवर एयरपोर्ट: एक्सप्रेस-वे रेलवे लाइन से जुड़ेंगे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के ये दो बड़े शहर, जेवर एयरपोर्ट से निकलेगा नया रूट....

Indian Railway News: जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से देश के हर हिस्से तक पहुंच आसान होगी। हवाई अड्डे को पॉड टैक्सी, मेट्रो और रेलवे से भी जोड़ा जाएगा।
 
हरियाणा-यूपी एक्सप्रेसवे: जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश  सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से देश के हर हिस्से तक पहुंच आसान होगी। हवाई अड्डे को पॉड टैक्सी, मेट्रो और रेलवे से जोड़ा जाएगा। यह जानकारी यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने दी है। Read Also:-मेरठ : मेरी नहीं तो किसी की नहीं...सगाई टूटने से नाराज सिरफिरे युवक ने रेत दिया मंगेतर का गला, अस्पताल में भर्ती, हालत गंभीर

 

उत्तर प्रदेश और हरियाणा के दो शहर जुड़ेंगे
डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर के शहरों को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रेलवे, मेट्रो और एक्सप्रेसवे के जरिए जोड़ा जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सीमा को छूते हुए रेलवे लाइन और एक्सप्रेस-वे निकलेगा। उनका ठहराव भी एयरपोर्ट के पास होगा। यहां बड़ा रेलवे स्टेशन बनेगा। दरअसल, हरियाणा के पलवल से खुर्जा तक एक्सप्रेस-वे और रेलवे लाइन बनाई जाएगी।

 

रेलवे और एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी के कारण, हवाई अड्डे को दिल्ली-हावड़ा ब्रॉड रेल लाइन और पलवल में जीटी रोड और दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन से जोड़ा जाएगा। काम पूरा होने के बाद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक यात्रियों की कनेक्टिविटी काफी आसान हो जाएगी। यमुना प्राधिकरण ने इन दोनों शहरों को भी मास्टर प्लान में शामिल किया है। काम भी जल्द शुरू होगा।

 

नोएडा एयरपोर्ट की विशेषताएं
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट 6,200 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जाएगा। इसका निर्माण कार्य चार चरणों में पूरा किया जाएगा। प्रथम चरण के वर्ष 2024 तक पूरा होने की संभावना है। इसमें 1,334 हेक्टेयर में विकास कार्य कराये जायेंगे। इसमें 12 मिलियन यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी। दूसरा चरण वर्ष 2032 तक पूरा होगा। तीसरा चरण 2037 तक और चौथा चरण 2050 तक पूरा होगा। इस परियोजना पर 29,560 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

 

25 नवंबर 2021 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी आदित्यनाथ ने प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। इस प्रोजेक्ट पर पिछले एक साल में 870 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।