जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए मेरठ के जेसीओ राम सिंह भंडारी

जम्मू-कश्मीर के राजौली जिले में आतंकवादियों से मुठभेड़ में मेरठ के गंगानगर थाना क्षेत्र ईशापुरम निवासी जेसीओ राम सिंह भंडारी शहीद हो गए। 
 
जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में बृहस्पतिवार सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ (encounter with terrorists in rajori Jammu and Kashmir) में यूपी के मेरठ जिले के गंगानगर थाना (ganaganagar Meerut) क्षेत्र में स्थित ईशापुरम कॉलोनी निवासी 46 वर्षीय सूबेदार राम सिंह भंडारी (Subedar Ram Singh Bhandari) शहीद हो गए। दोपर बाद अधिकारियों द्वारा उनके परिजनों को घटना के बारे में जानकारी दी गई। जानकारी पर उनके परिचित सहित रिश्तेदार मेरठ स्थित उनके आवास पर पहुंच गए। परिजनों ने बताया कि उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार दोपहर तक आने की उम्मीद है। 

 

जम्मू-कश्मीर के राजौली जिले के थानामंडी इलाके के जंगल में सेना को जानकारी मिली कि 3 आतंकवादी छिपे हैं। जिस पर एक टीम वहां भेजी गई। जिसमें मेरठ के ईशापुरम कॉलोनी निवासी जेसीओ राम सिंह भंडारी भी थे। बताया जा रहा कि आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। सेना की ओर से की गई फायरिंग में एक आतंकवादी मार गिराया गया। वहीं, अन्य आतंकियों की तलाशी की जा रही थी। इसी बीच अचानक से आतंकियों की ओर से बर्स्ट फायरिंग में लगने से राम सिंह घायल हो गए, उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके।  जिसके बाद अधिकारियों द्वारा दोपहर एक बजे मेरठ स्थित परिजनों को जानकारी दी गई। पढ़ें- सूबेदार रामसिंह ने एक आतंकवादी को ढेर किया, दूसरे को तलाश रहे थे उसने अंधाधुंध फायरिंग कर दी; तीन गोलियां लगीं।

 

शुक्रवार दोपहर तक पहुंचेगा पार्थिव शरीर

सैनिक कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त कैप्टन वीर सिंह ने बताया कि राजौरी स्थित उनकी बटालियन में संपर्क किया गया है। वहां से अधिकारियों ने बताया कि वहां मौसम की स्थिति को देखा जा रहा है। अगर मौसम खराब है तो एंबुलेंस द्वारा पार्थिव शरीर को मेरठ लाया जाएगा। अगर मौसम सही रहता है तो हेलिकॉप्टर द्वारा दिल्ली लाया जाएगा। उसके बाद मेरठ स्थित ईशापुरम में लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि शव का अंतिम संस्कार सूरजकुंड स्थित श्मशान घाट पर किया जाएगा। 

 

दोपहर में शुरू हुई थी मुठभेड़

 

जानकारी के अनुसार 16 राष्ट्रीय राईफल के एक जेसीओ (JCO) राम सिंह भांडारी दो साल के लिए 48 आरआर राइफल में तैनात हुए थे। राजौरी की पुलिस अधीक्षक शीमा नबी कसबा द्वारा भी मुठभेड़ की जानकारी मीडिया को दी गई थी।  थानामंडी इलाके में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी पर सेना की टीम वहां पहुंची थी।