ITBP जवानों ने ढूंढा पर्यटक का शव, 15000 फीट की ऊंचाई पर खतरनाक रेस्क्यू ऑपरेशन; देखें चुनौतीपूर्ण और रोंगटे खड़े कर देने वाला Video
ITBP के जवानों ने 14800 फीट की ऊंचाई पर पड़े अमेरिकी पैराग्लाइडर बॉक्सस्टॉलर ट्रेवर का शव निकाला, ITBP ने रेस्क्यू ऑपरेशन का वीडियो शेयर किया है।
Jun 18, 2024, 13:59 IST
लाहौल स्पीति की स्पीति घाटी में एक अमेरिकी नागरिक लापता हो गया। वह पैराग्लाइडिंग के लिए स्पीति घाटी के ऊपर से उड़ान भर रहा था, लेकिन अचानक वह लापता हो गया। 4 दिन की खोजबीन के बाद पता चला कि उसका एक्सीडेंट हुआ था और उसमें उसकी मौत हो गई थी। उसका शव स्पीति घाटी में करीब 14 हजार फीट की ऊंचाई पर एक सुनसान जगह पर पड़ा था। कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार आईटीबीपी के जवान वहां पहुंचे और उसका शव लेकर आए।READ ALSO:-लड़की रील बनाने के लिए कार चला रही, कार हुई कंट्रोल से बाहर, क्लच..क्लच चिल्लाता रहा लड़का और कार गिर गई खाई में, हुई दर्दनाक मौत, देखें वीडियो
आईटीबीपी के जवानों ने किया खतरनाक रेस्क्यू
31 वर्षीय अमेरिकी पैराग्लाइडर बॉक्सस्टॉलर ट्रेवर पिछले हफ्ते हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति में उस समय लापता हो गया, जब वह पैराग्लाइडर उड़ा रहा था। ऊंची पहाड़ियों के बीच सर्च ऑपरेशन चलाना आईटीबीपी के जवानों के लिए बड़ी चुनौती थी, क्योंकि इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि बॉक्सस्टॉलर किस तरफ गया था। करीब 4 दिन के सर्च ऑपरेशन के बाद पता चला कि उसका शव 14 हजार फीट की ऊंचाई पर पड़ा था। वह एक्सीडेंट का शिकार हो गए थे।
31 वर्षीय अमेरिकी पैराग्लाइडर बॉक्सस्टॉलर ट्रेवर पिछले हफ्ते हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति में उस समय लापता हो गया, जब वह पैराग्लाइडर उड़ा रहा था। ऊंची पहाड़ियों के बीच सर्च ऑपरेशन चलाना आईटीबीपी के जवानों के लिए बड़ी चुनौती थी, क्योंकि इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि बॉक्सस्टॉलर किस तरफ गया था। करीब 4 दिन के सर्च ऑपरेशन के बाद पता चला कि उसका शव 14 हजार फीट की ऊंचाई पर पड़ा था। वह एक्सीडेंट का शिकार हो गए थे।
आईटीबीपी ने बताया कि 48 घंटे से अधिक चले सबसे चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू मिशन के बाद आईटीबीपी पर्वतारोहियों ने बॉक्सस्टेलर ट्रेवर का शव 14800 फीट की ऊंचाई से नीचे लाया गया। एसडीआरएफ और पुलिस ने सहायता की। चढ़ाई में 1900 फीट की चट्टानें पार की गईं। इसके साथ ही आईटीबीपी ने रेस्क्यू का वीडियो शेयर किया है, जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह रेस्क्यू कितना खतरनाक और चुनौतीपूर्ण था।
दरअसल बॉक्सस्टेलर ट्रेवर के लापता होने के बाद काफी तलाश के बाद कोई जानकारी नहीं मिली। इसके बाद भारतीय सेना की डोगरा रेजिमेंट की मदद से ड्रोन कैमरे से उन्हें ढूंढने की कोशिश की गई। तब शिघांग के पास गहरी खाई में पड़े उनके पैराशूट की पहचान हुई। वहां पहुंचकर शव को बाहर निकालने के प्रयास शुरू हुए।
आपको बता दें कि बॉक्सस्टेलर ट्रेवर खतरनाक और ऊंची पहाड़ियों से छलांग लगाकर उसका वीडियो रिकॉर्ड करते थे। इसके कई वीडियो यूट्यूब पर शेयर किए जा चुके हैं। अब यह पता नहीं चल पाया है कि स्पीति घाटी में उनके साथ हादसा कैसे हुआ। हालांकि, तमाम मुश्किलों के बावजूद जब आईटीबीपी के जवानों ने उनका पार्थिव शरीर निकाला तो गृह मंत्री अमित शाह ने आईटीबीपी की तारीफ करते हुए कहा कि मानवता के प्रति उनका समर्पण सराहनीय है।