Tokyo Paralympics 2020 :  तिरंदाजी में हरविंदर ने जीता कांस्य, हाई जंप में प्रवीण का सिल्वर, भारत के 13 मेडल गए

टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है भारत के पास 14 मेडल आ चुके हैं। आज भारत ने ऊंची कूद में सिल्वर, शूटिंग में ब्रांज और तिरंदाजी में भी ब्रांज मेडल मिला है। 
 
Tokyo Paralympics : टोक्यो पैरालंपिक में शुक्रवार को भारत की झोली में तीन मेडल मिले हैं। जिसमें प्रवीण कुमार ने हाई जंप T64 इवेंट के फाइनल में सिल्वर मेडल अपने नाम किया है। वहीं, उसके बाद एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीत चुकी अवनी कालरा ने दूसरे इवेंट में कांस्य पदक और अब तिरंदाजी में हरविंदर सिंह ने कांस्य पदक जीत लिया है इस प्रकार भारत के पास कुल 13 मेडल हो चुके हैं।  

 

टोक्यो पैरालंपिक गेम्स की शुरुआत से ही प्रवीण कुमार को हाई जंप T64 इवेंट में मेडल का दावेदार माना जा रहा था। प्रवीण कुमार ने सभी उम्मीदों को कायम रखा और अपना बेस्ट स्कोर करते हुए एशियन रिकॉर्ड भी कायम किया। प्रवीण ने पहले प्रयास में 1.83 मीटर, दूसरे प्रयास में 1.93 मीटर और तीसरे प्रयास में 2.07 मीटर की छलांग लगाकर कमाल कर दिया। जिसके बाद भारत को सिल्वर मेडल मिला। प्रवीण कुमार ने हालांकि T64 इवेंट में 2.07 मीटर की छलांग लगाकर नया एशियाई रिकॉर्ड कायम कर दिया है।

वहीं, हरविंदर सिंह ने इतिहास रच दिया है। हरविंदर सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश को एक और मेडल दिलाया है। उन्होंने पुरुष एकल Recurve Open में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। यह तीरंदाजी में भारत का पैरालंपिक का अब तक का पहला पदक है। इसके साथ ही भारत के नाम 2020 टोक्यो पैरालंपिक खेलों में कुल 13 पदक हो गए हैं। हरविंदर ने कोरिया के किम मिन सू को हराकर टोक्यो पैरालंपिक की पुरुष व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धा में कांस्य पदक (ब्रॉन्ज मेडल) जीता। यह भी पढ़ें - New Zealand: मॉल में ISIS ने किया आतंकी हमला, 6 लोग घायल; ऑफिसर्स ने एक मिनट के अंदर ही हमलावर को किया ढेर।

 

 पैरा शूटर अवनी लेखरा ने शूटिंग में गोल्ड मेडल जीतने के बाद ब्रॉन्ज मेडल (Avani Lekhara wins Bronze Medal) पर अपना नाम दर्ज किया है। अनवी ने R8 महिला 50 मीटर राइफल 3P SH1 (Women's 50m Rifle 3P SH1) के फाइनल में 445.9 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता है। टोक्यो पैरालंपिक में अवनी लेखरा ने एक नया इतिहास बनाया है । वे पैरालिंपिक और ओलंपिक में एक ही एडिशन में दो व्यक्तिगत पदक जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बन चुकी है।