Electoral Bond : 1200 करोड़ का चुनावी चंदा देने वाली कंपनी के खिलाफ CBI ने दर्ज की FIR, जानिए क्या हैं आरोप?

 जगदलपुर इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट से जुड़े कार्यों के लिए मेघा इंजीनियरिंग के 174 करोड़ रुपये के बिलों को मंजूरी देने में करीब 78 लाख रुपये की रिश्वत देने का आरोप है। कथित तौर पर रिश्वत लेने के आरोप में एनआईएसपी (NISP) और (एनएमडीसी) के आठ अधिकारियों और मेकॉन (MECON) के दो अधिकारियों को भी नामित किया गया है।
 
सबसे ज्यादा चुनावी चंदा देने वाली कंपनियों की सूची में मेघा इंजीनियरिंग का नाम दूसरे स्थान पर था। अब मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। इस मामले में सीबीआई ने भी केस दर्ज किया है। READ ALSO:-Hepatitis B and C : खतरे में हैं 3.5 करोड़ भारतीय! WHO की चौंकाने वाली रिपोर्ट, आप ऐसे पहचानें लक्षण!

 

आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है
सीबीआई ने एनआईएसपी के लिए ₹315 करोड़ की परियोजना में कथित भ्रष्टाचार के लिए मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, एनएमडीसी (NMDC) आयरन एंड स्टील प्लांट और इस्पात मंत्रालय से जुड़े कुल आठ लोगों पर मामला दर्ज किया है।

 


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीबीआई को शिकायत मिली थी कि एनआईएसपी (NISP) और एनएमडीसी (NMDC) के आठ अधिकारियों और मेकॉन लिमिटेड के दो अधिकारियों ने एमएनडीसी  (NMDC) द्वारा मेघा इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रियल लिमिटेड को भुगतान के बदले में रिश्वत ली थी। इस मामले को लेकर सीबीआई (CBI) ने एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है। 

 

पीटीआई (PTI) की रिपोर्ट के मुताबिक, जगदलपुर स्टील प्लांट से संबंधित कार्यों के संबंध में मेघा इंजीनियरिंग के 174 करोड़ रुपये के बिल को मंजूरी देने के लिए लगभग 78 लाख रुपये की कथित रिश्वत ली गई थी। इसमें एनआईएसपी (NISP) और एनएमडीसी NMDC) के आठ अधिकारियों और मेकॉन के दो अधिकारियों पर भी शामिल होने का आरोप लगाया गया है। 

 

हाल ही में सामने आए आंकड़ों से पता चला है कि मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड चुनावी बांड की दूसरी सबसे बड़ी खरीदार थी। पामीरेड्डी पिची रेड्डी और पीवी कृष्णा रेड्डी द्वारा प्रवर्तित एमआईआईएल (MIIL) द्वारा 966 करोड़ रुपये के बांड खरीदे गए।

 

मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने बीजेपी (BJP) को सबसे ज्यादा चुनावी चंदा दिया था, जो करीब 586 करोड़ रुपये था। इसके साथ ही मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड से बीआरएस (BRS) को 195 करोड़ रुपये, डीएमके (DMK) को 85 करोड़ रुपये, वाईएसआरसीपी (YSRCP) को 37 करोड़ रुपये, टीडीपी (TDP) को करीब 25 करोड़ रुपये और कांग्रेस (Congress) को 17 करोड़ रुपये दिए गए।