खाद्य तेल की कीमतों में 30-40 रुपये की कमी, केंद्र ने राज्यों को रेट मॉनिटरिंग का निर्देश दिया निर्देश 

अब खाद्य तेल की कीमत 30-40 रुपये कम होने के बाद खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव डॉ. सुधांशु पांडे ने राज्य सरकारों को सलाह दी है कि वे अपने राज्यों में एमआरपी पर बिक्री सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक और प्रभावी कदम उठाएं। 
 
खाद्य तेल की कीमत 30-40 रुपये कम होने के बाद खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव डॉ. सुधांशु पांडे ने राज्य सरकारों को सलाह दी है कि वे अपने राज्यों में एमआरपी पर बिक्री सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाएं।ये बह पढ़े:- UP Assembly election 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर लखनऊ में मुख्य चुनाव आयुक्त का बड़ा बयान, कहीं ये बातें

पांडे ने कहा कि सरकार ने खाना पकाने के तेल का आयात शुल्क लगभग शून्य कर दिया है। इससे तेल की कीमतों में 15% से 20% की कमी आई है। सभी प्रमुख खाद्य तेल ब्रांडों ने 30-40 रुपये की कटौती की है। उदाहरण के लिए रुचि सोया इंडस्ट्रीज ने सोयाबीन तेल का खुदरा मूल्य 30 रुपये प्रति लीटर घटाकर 152 रुपये प्रति लीटर कर दिया।

अडानी विल्मर ने फॉर्च्यून सोया तेल की खुदरा कीमत 155 रुपये प्रति लीटर कर दी है। पांडेय ने कहा कि 30-40 रुपये की कटौती के बाद राज्य सरकारों को अपने राज्यों में एमआरपी पर बिक्री सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की सलाह दी गई है।