द्वारका दर्शन: 35 टन वजनी पनडुब्बी (Submarine), एक साथ बैठेंगे 30 लोग; समुद्र से 300 फीट नीचे कर पाएंगे भगवान श्रीकृष्ण की द्वारका के दर्शन
अब कोई भी आसानी से भगवान कृष्ण की द्वारका नगरी के दर्शन कर सकता है जो हजारों साल पहले समुद्र में डूबी हुई थी। इसके लिए सरकार एक पनडुब्बी चलाने जा रही है, जिसके जरिए समुद्र में 300 फीट नीचे जाकर भगवान श्रीकृष्ण के द्वारका शहर को देखा जा सकेगा।
Dec 26, 2023, 00:10 IST
सरकार धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ाने के लिए कई परियोजनाओं पर काम कर रही है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और महाकाल लोक कॉरिडोर के बाद सरकार द्वारका कॉरिडोर विकसित कर रही है। इसके तहत मूल द्वारका के दर्शन के लिए एक पनडुब्बी (Submarine) परियोजना लाई जा रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार की कंपनी मझगांव डॉक शिपयार्ड के साथ एक MoU पर हस्ताक्षर किया है। इसके साथ ही मूल द्वारका (बेट द्वारका) में अरब का सबसे बड़ा केबल ब्रिज भी बनाया जा रहा है, जिसे जन्माष्टमी के आसपास शुरू किया जा सकता है।READ ALSO:-बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) ने यूपीएससी (UPSC) मुफ्त कोचिंग काउंसलिंग शेड्यूल किया जारी, यहां देखें....
पनडुब्बी (Submarine) समुद्र से 300 फीट नीचे तक जाएगी
पनडुब्बी (Submarine) प्रोजेक्ट अगले साल जन्माष्टमी या दिवाली पर शुरू किया जा सकता है. हालाँकि, अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है और वाइब्रेंट समिट में इसकी घोषणा की जा सकती है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, पनडुब्बी (Submarine) लोगों को समुद्र से 300 फीट नीचे तक ले जाएगी। जहां लोगों को हजारों साल पहले समुद्र में डूबी भगवान कृष्ण की द्वारका नगरी के दर्शन कराए जाएंगे। इस सफर में करीब 2 से 2.5 घंटे का समय लगेगा।
पनडुब्बी (Submarine) प्रोजेक्ट अगले साल जन्माष्टमी या दिवाली पर शुरू किया जा सकता है. हालाँकि, अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है और वाइब्रेंट समिट में इसकी घोषणा की जा सकती है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, पनडुब्बी (Submarine) लोगों को समुद्र से 300 फीट नीचे तक ले जाएगी। जहां लोगों को हजारों साल पहले समुद्र में डूबी भगवान कृष्ण की द्वारका नगरी के दर्शन कराए जाएंगे। इस सफर में करीब 2 से 2.5 घंटे का समय लगेगा।
क्या होगी पनडुब्बी (Submarine) की खासियत?
द्वारका दर्शन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पनडुब्बी (Submarine) का वजन लगभग 35 टन होगा और यह पूरी तरह से वातानुकूलित होगी। इसमें एक साथ 30 लोग बैठ सकेंगे और हर सीट से खिड़की का नजारा होगा, जिससे प्राकृतिक सुंदरता आसानी से देखी जा सकेगी। हालांकि, पनडुब्बी में सिर्फ 24 यात्री ही दर्शन के लिए जा सकेंगे, क्योंकि बाकी 6 लोग क्रू में से होंगे। इसमें 2 ड्राइवर, 2 गोताखोर, एक गाइड और एक तकनीशियन शामिल होंगे। यात्रियों को ऑक्सीजन मास्क, फेस मास्क और स्कूबा ड्रेस दी जाएगी। पनडुब्बी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जैसी सुविधा होगी, जिसके जरिए आप पनडुब्बी में बैठे-बैठे स्क्रीन पर होने वाली गतिविधियों को देख और रिकॉर्ड कर सकेंगे।
द्वारका दर्शन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पनडुब्बी (Submarine) का वजन लगभग 35 टन होगा और यह पूरी तरह से वातानुकूलित होगी। इसमें एक साथ 30 लोग बैठ सकेंगे और हर सीट से खिड़की का नजारा होगा, जिससे प्राकृतिक सुंदरता आसानी से देखी जा सकेगी। हालांकि, पनडुब्बी में सिर्फ 24 यात्री ही दर्शन के लिए जा सकेंगे, क्योंकि बाकी 6 लोग क्रू में से होंगे। इसमें 2 ड्राइवर, 2 गोताखोर, एक गाइड और एक तकनीशियन शामिल होंगे। यात्रियों को ऑक्सीजन मास्क, फेस मास्क और स्कूबा ड्रेस दी जाएगी। पनडुब्बी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जैसी सुविधा होगी, जिसके जरिए आप पनडुब्बी में बैठे-बैठे स्क्रीन पर होने वाली गतिविधियों को देख और रिकॉर्ड कर सकेंगे।
पनडुब्बी (Submarine) का किराया कितना होगा?
द्वारका दर्शन के लिए पनडुब्बी (Submarine) का किराया फिलहाल तय नहीं किया गया है। गुजरात सरकार ने अभी किराए की घोषणा नहीं की है, लेकिन कहा जा रहा है कि इसका किराया महंगा हो सकता है। लेकिन सरकार आम आदमी को ध्यान में रखते हुए इसमें सब्सिडी जैसी रियायतें देगी।
द्वारका दर्शन के लिए पनडुब्बी (Submarine) का किराया फिलहाल तय नहीं किया गया है। गुजरात सरकार ने अभी किराए की घोषणा नहीं की है, लेकिन कहा जा रहा है कि इसका किराया महंगा हो सकता है। लेकिन सरकार आम आदमी को ध्यान में रखते हुए इसमें सब्सिडी जैसी रियायतें देगी।