अच्छी खबर! अब टोल टैक्स के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा, NHAI का बड़ा अपडेट, जानिए कैसे कटेगा टोल टैक्स?

द्वारका एक्सप्रेसवे जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस 28 किलोमीटर लंबे हाईवे पर कहीं भी टोल नाका नहीं होगा।
 
आमतौर पर हाईवे पर टोल टैक्स के लिए लंबी कतारें लगती हैं। लोगों को टोल टैक्स पर घंटों इंतजार करना पड़ता है। लेकिन अब NHAI ने इसका समाधान खोज लिया है। अब आपको हाईवे पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हाईवे पर सफर करते समय आपके अकाउंट से टोल अपने आप कट जाएगा। NHAI द्वारका एक्सप्रेसवे पर यह सुविधा शुरू करने जा रहा है. इसके साथ ही द्वारका एक्सप्रेसवे देश का पहला मल्टी लेन फ्री फ्लो (MLFF) हाईवे बन जाएगा। READ ALSO:-उत्तर प्रदेश में बंद होंगे 27000 सरकारी स्कूल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फैसले से नाराज हुई मायावती, बोली ये फैसला उचित नहीं

 

कैसे कटेगा टोल टैक्स?
द्वारका एक्सप्रेसवे पर कोई टोल प्लाजा नहीं होगा। एक्सप्रेसवे पर कुछ जगहों पर टोल सेंसर लगाए जाएंगे, जो हाईवे से गुजरने वाले वाहन की सारी जानकारी एकत्र करेंगे और यह डेटा इलेक्ट्रॉनिक टोल पेमेंट सिस्टम में सेव हो जाएगा। वहीं, इलेक्ट्रॉनिक टोल पेमेंट सिस्टम से जुड़े बैंक अकाउंट या फास्टैग से आपका टोल कट जाएगा। इसके लिए अलग से टोल कलेक्टर और ऑपरेटर की जरूरत नहीं होगी। जो भी बैंक NHAI को सबसे ज्यादा रेवेन्यू देगा, उसे ही यह कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा।  

 

पूरे हाईवे पर सिर्फ 1 टोल प्वाइंट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, द्वारका एक्सप्रेसवे 28 किलोमीटर लंबा होगा। इस पूरे एक्सप्रेसवे पर सिर्फ 1 टोल प्वाइंट होगा। यह टोल प्वाइंट राजधानी दिल्ली से 9 किलोमीटर दूर दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर के पास होगा। यहां यात्रियों को रुककर टोल देना होगा। इसके बाद पूरे हाईवे पर टोल सेंसर लगेंगे, जिसके जरिए फास्टैग के जरिए यात्रियों का टोल टैक्स चुकाया जाएगा।

 

बैंक को मिलेगा कॉन्ट्रैक्ट
सरकार ने अभी द्वारका एक्सप्रेसवे के टोल टैक्स का खुलासा नहीं किया है। यह टोल टैक्स कितना होगा? अभी इसका ऐलान नहीं किया गया है। हालांकि, टोल टैक्स के लिए बैंकों को 3 साल का कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा।

 

वाहन पोर्टल पर अपलोड होगी फोटो
अब सवाल यह है कि अगर द्वारका एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले यात्री के बैंक खाते या फास्टैग में पैसे नहीं हैं? ऐसी स्थिति में वाहन की फोटो समेत पूरी जानकारी वाहन पोर्टल पर अपलोड की जाएगी, जिसमें लंबित टोल को देखा जा सकेगा।