दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को मतगणना; मुख्य चुनाव आयुक्त ने जारी किया कार्यक्रम
दिल्ली में चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि राजधानी में इस समय 1.55 करोड़ से ज़्यादा रजिस्टर्ड वोटर हैं। इनमें से 83.49 लाख पुरुष और 71.74 लाख महिला वोटर हैं। दिल्ली में एक ही चरण में वोटिंग होगी।
Jan 7, 2025, 18:06 IST
विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राजधानी दिल्ली में भी चुनावी बिगुल बज गया है। दिल्ली में 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए एक ही चरण में मतदान होगा। दिल्ली में अगले महीने 5 फरवरी को मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती 3 दिन बाद 8 फरवरी (शनिवार) को होगी।READ ALSO:-UP : पटरी पार करते समय गिरी महिला के ऊपर से गुजरी ट्रेन, देखें रोंगटे खड़े कर देने वाला वायरल वीडियो
चुनाव आयोग ने मंगलवार को राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित पीसी में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है। 70 सदस्यीय विधानसभा में 70 सीटें हैं, जिनमें से 58 सामान्य श्रेणी की हैं जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।
1.55 करोड़ से ज्यादा मतदाता: सीईसी
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में इस समय 1.55 करोड़ से ज्यादा पंजीकृत मतदाता हैं। इनमें से 83.49 लाख पुरुष और 71.74 लाख महिला मतदाता हैं। उन्होंने बताया कि युवा मतदाताओं (20 से 21 वर्ष) की संख्या 28.89 लाख है। पहली बार मतदान करने के पात्र युवा मतदाताओं की संख्या 2.08 लाख है। मतदान के लिए मतदान केंद्रों के बारे में बात करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि राजधानी दिल्ली में 2,697 स्थानों पर कुल 13,033 मतदान केंद्र होंगे और इनमें से 210 आदर्श मतदान केंद्र होंगे।
पिछले चुनाव में क्या रहा था नतीजा राजधानी दिल्ली में 5 साल पहले 2020 के विधानसभा चुनाव के तहत 8 फरवरी को मतदान हुआ था, जबकि मतगणना 11 फरवरी को हुई थी। तब के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा ने 67 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और 8 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि कांग्रेस लगातार दूसरी बार यहां अपना खाता नहीं खोल पाई थी।
जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव में भी अरविंद केजरीवाल की आप ने प्रचंड बहुमत हासिल किया था। 2012 में बनी आप ने 70 में से रिकॉर्ड 67 सीटें जीती थीं। भाजपा को सिर्फ 3 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस और अन्य दल अपना खाता भी नहीं खोल पाए। 2014 से अब तक हुए तीन लोकसभा चुनावों में भाजपा ने दिल्ली में अपना दबदबा कायम रखा है और सभी सातों सीटों पर कब्जा बरकरार रखा है।
एक बार फिर दिल्ली में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है। दिल्ली विधानसभा में बहुमत के लिए 36 विधायकों की जरूरत है।