अभी देश से कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, अभी भी रोजाना आ रहे हैं नए मामले सामने 

कोरोना अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं।  स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, फिलहाल देश में कोरोना के कुल 246 एक्टिव केस हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो लोग कोरोना से गंभीर रूप से संक्रमित थे। उन्हें दो साल तक कड़ी मेहनत नहीं करनी चाहिए। 
 
देश में अभी भी कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। अभी भी हर दिन कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। फिलहाल अलग-अलग राज्यों में कोरोना के 256 एक्टिव केस हैं। वहीं 31 अक्टूबर को 23 नए केस मिले। कोरोना से अब तक देश में कुल 533293 लोगों की मौत हो चुकी है। कुल 44467751 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, आईसीएमआर के शोध में यह भी सामने आया कि जो लोग कोरोना से गंभीर रूप से संक्रमित थे, उनमें दिल का दौरा पड़ने का भी खतरा है।READ ALSO:-UP : कारोबारी के बेटे की अपहरण के बाद हत्या, ट्यूशन टीचर के प्रेमी के घर मिला शव, 30 लाख रुपये की फिरौती के लिए की गई हत्या

 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के एक अध्ययन का हवाला दिया और कहा कि जो लोग पहले गंभीर कोरोना का सामना कर चुके हैं, उन्हें दिल के दौरे और कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए इसे एक या दो साल तक और लेना चाहिए। मेहनत नहीं करनी चाहिए। 

 

हाल ही में गुजरात में हृदय संबंधी समस्याओं के कारण कई मौतें हुई हैं, जिनमें नवरात्रि उत्सव के दौरान 'गरबा' कार्यक्रम भी शामिल है। जिसके कारण राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल को हृदय रोग विशेषज्ञों सहित चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ बैठक करनी पड़ी।

 

रिसर्च में भी यह बात सामने आई
रुशिकेश पटेल ने मौतों के कारण और इलाज का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों से डेटा इकट्ठा करने को कहा था। जिसके बाद आईसीएमआर ने विस्तृत अध्ययन किया है। इस अध्ययन के अनुसार, जो लोग गंभीर कोविड संक्रमण से पीड़ित थे। इन्हें अत्यधिक परिश्रम से खुद को दूर रखना चाहिए। उन्हें दिल के दौरे से बचने के लिए एक या दो साल तक थोड़े समय के लिए कठिन व्यायाम, दौड़ने और ज़ोरदार व्यायाम से बचना चाहिए। गुजरात में 12वीं कक्षा के छात्र वीर शाह, 28 वर्षीय रवि पांचाल और 55 वर्षीय शंकर राणा की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।