कल भारत बंद, रहेगा चक्का जाम, घर से निकलने से पहले जान लें किसान आंदोलन के ये अपडेट्स, जानिए क्या हैं किसानों की मांगे

संयुक्त किसान मोर्चा (Non-Political) और संयुक्त किसान मोर्चा का प्रदर्शन शुक्रवार को एकजुट होगा। ट्रैफिक जाम और ग्रामीण भारत बंद होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। खासकर ट्रैफिक जाम की स्थिति में परिवहन प्रभावित होगा।
 
किसानों के चक्का जाम और ग्रामीण भारत बंद के ऐलान को देखकिसानों और सरकार के बीच गतिरोध बढ़ता जा रहा है। पंजाब में ट्रेनें रोकने और टोल फ्री कराने के बाद अब संयुक्त किसान मोर्चा ने ग्रामीण भारत बंद का ऐलान किया है। ट्रेड यूनियनों के सहयोग से सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक सभी कृषि कार्य नहीं किये जायेंगे। गाँव की दुकानें, बाज़ार और व्यवसाय भी बंद रहेंगे। इसके अलावा देशभर की प्रमुख सड़कों पर दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक ट्रैफिक जाम रहेगा. इसके अलावा हरियाणा में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक टोल नहीं लेने दिया जाएगा। शनिवार को भी ट्रैक्टर परेड होगी। READ ALSO:-भारत बंद के दौरान दुकानें बंद नहीं करेंगे देश के व्यापारी, इस वजह से खुली रहेंगी दुकानें, लिया बड़ा फैसला

 

संयुक्त किसान मोर्चा (Non-Political) की ओर से पंजाब और हरियाणा बॉर्डर पर प्रदर्शन किया जा रहा है। अब संयुक्त किसान मोर्चा भी इसमें कूद पड़ा है और देशभर में चक्का जाम और ग्रामीण भारत बंद का ऐलान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा के गुरनाम सिंह चादुनी ने कहा कि ग्रामीण भारत बंद के दौरान कृषि गतिविधियां, मनरेगा के तहत काम, निजी कार्यालय, गांव की दुकानें पूरी तरह से बंद रहेंगी. हालांकि, एम्बुलेंस संचालन, समाचार पत्र वितरण, शादियों, मेडिकल दुकानों और परीक्षा देने वाले छात्रों को नहीं रोका जाएगा।

 

हरियाणा ने जारी की ट्रैफिक एडवाइजरीते हुए हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। इसमें दिल्ली से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से दिल्ली जाने वाले वाहनों के लिए रूट डायवर्ट किया गया है। उन्होंने बताया कि 'चंडीगढ़ या पंचकुला से दिल्ली जाने के लिए कुंडली बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर से बचें और गुड़गांव, फरीदाबाद, गाजियाबाद या दिल्ली जाने के लिए केएमपी का इस्तेमाल करें।'

 

पंजाब बोर्ड ने छात्रों से जल्दी पहुंचने को कहा
किसानों के व्यापक विरोध को देखते हुए पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि जिन छात्रों की 16 फरवरी को परीक्षा है वे भारत बंद के कारण एक घंटे पहले स्कूल पहुंचने का प्रयास करें, ताकि परीक्षा बाधित न हो। बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि भारत बंद के कारण कोई भी परीक्षा स्थगित नहीं की गई है। इसके अलावा पंजाब के निजी बस ऑपरेटरों ने घोषणा की है कि वे शुक्रवार को बंद रहेंगे। 

 

ट्रैफिक जाम एक समस्या बन सकता है
संयुक्त किसान मोर्चा (Non-Political) और संयुक्त किसान मोर्चा का प्रदर्शन शुक्रवार को एकजुट होगा। ट्रैफिक जाम और ग्रामीण भारत बंद होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। खासकर जाम की स्थिति में परिवहन प्रभावित होगा। पंजाब में भी हाईवे बंद रह सकते हैं। हालांकि किसानों की ओर से कहा जा रहा है कि हाईवे प्रभावित नहीं होंगे। किसानों ने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपातकालीन सेवाएं प्रभावित न हों। हालांकि, सब्जियों और अन्य फसलों की आपूर्ति और खरीद निलंबित रहेगी। इससे लोगों की परेशानी भी बढ़ेगी। इसके अलावा परीक्षा देने वाले छात्रों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 

 

किसान पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं
पंजाब के किसानों ने एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर 13 फरवरी को दिल्ली मार्च करने का ऐलान किया था। संयुक्त किसान मोर्चा (Non-Political) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान दिल्ली आना चाहते थे, लेकिन उन्हें हरियाणा बॉर्डर पर रोक दिया गया। तभी से किसान बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। अब तक संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलन से दूर था, लेकिन शुक्रवार को मोर्चा ने ग्रामीण भारत बंद का ऐलान किया है. इन दोनों संगठनों की मांगें एक जैसी हैं। 

 

क्या हैं किसानों की मांगें
किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के आधार पर एमएसपी तय करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा खरीद की कानूनी गारंटी, कर्ज माफी, बिजली बिल में बढ़ोतरी नहीं, स्मार्ट मीटर नहीं, 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली, फसल बीमा में बढ़ोतरी और 10,000 रुपये तक पेंशन की मांग की गई है। 

 

किसान खेतों में न जाएं: राकेश टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों से शुक्रवार को खेतों में न जाने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि ग्रामीण भारत बंद को सफल बनाना है, क्योंकि इससे बड़ा संदेश जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बंद के दौरान राजमार्ग बंद नहीं किये जायेंगे। 17 फरवरी को सिसौली में मासिक पंचायत होगी। राकेश टिकैत ने कहा कि सभी से इस ग्रामीण भारत बंद में स्वेच्छा से शामिल होने का अनुरोध किया गया है।