सब-इंजीनियर का पत्र वायरल : लिखा- पिछले जन्म में ओवैसी मेरे मित्र नकुल थे, भागवत गीता पढ़ने को मुझे छुट्‌टी दे दो

मध्यप्रदेश में एक सब-इंजीनियर का पत्र तेजी से वायरल हो रहा है। पत्र में लिखा है कि असदुद्दीन ओवैसी पिछले जन्म में मेरे मित्र थे। पत्र में लिखा कि मुझे गीता का पाठ कराने के लिए छुट्‌टी चाहिए। इस मामले सीईओ ने पत्र का जवाब दिया है। उन्होंने लिखा कि इंसान का सबसे बड़ा अहंकार होता है कि वह रविवार को छुट्‌टी पर रहकर आराम करेगा। अत: आपको आदेशित किया जाता है कि रविवार को भी आपक कार्यालय आकर कार्य करेंगे।
 
सोशल मीडिया पर पिछले दिनों एक लिपिक का विधायक के लिए पत्र वायरल हुआ था। अब एक मामला मध्यप्रदेश के आगर मालवा से सामने आया है। जिसमें एक सब-इंजीनियर ने छुट्‌टी के लिए पत्र लिखा। जिसमें उसने बताया कि पिछले जन्म (past birth) की बातें मुझे यात आ रहीं है। पिछले जन्म में असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) मेरे मित्र नकुल थे। अब मुझे गीता का पाठ करना है जिससे पिछले जन्म की सारी बात याद कर सकूं। इसके लिए मुझे छुट्‌टी चाहिए। इस मामले में सीईओ ने जवाब दिया जा रहा है। जिसकी सोशल मीडिया पर तारीफ हो रही है।

 

वायरल पत्र में सब- इंजीनियर ने लिखा कि वह अपने पिछले जन्म की सारी बातें जानने के लिए भागवत गीता का पाठ करना चाहता है। इसके लिए उसे छुट्‌टी चाहिए, उसने लिखा कि हर रविवार को वह अहंकार मिटाने के लिए भीख मांगता है। यह भी पढ़ें - क्या और गहराएगा बिजली संकट, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने दिया जवाब।

 

राजकुमार यादव नाम के इस सब-इंजीनियर (Sub-Engineer Rajkumar Yadav)  ने यह पत्र मुख्य कार्यपालन अधिकारी (chief executive officer) को लिखा है। जिसमें उसने छुट्‌टी की मांग की है। युवक जिला पंचायत सुसनेर (Zilla Panchayat Susner) में तैनात है। पत्र में राजकुमार ने AIMIM पार्टी के अध्यक्ष व सांसद असदुद्दीन ओवैसी को पिछले जन्म में अपना दोस्त नकुल बताया है।

 सब-इंजीनियर ने लिखा कि असदुद्दीन ओवैसी मेरे पिछले जन्म के मित्र हैं और मोहन भागवत सकुनी मामा। इसलिए मैं अपने जीवन को जानने के लिए गीता पाठ कराना चाहता हूं। मैं प्रत्येक रविवार के दिन अपने अंदर के अंहकार को मिटाने के लिए एक गेंहु का दाना घर-घर जाकर भींग मांगकर इखट्ठा करूंगा। ये मेरी आत्मा का सवाल है, मैं समझता हूं कि आप मुझे प्रत्येक रविवार की छुट्टी देने की कृपा करेंगे।’’

 

सीईओ ने दिया जवाब, सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा

 

सीईओ सुसनेर ने लिखा - आप अपना अहंकार मिटाना चाहते हैं, यह बहुत प्रसन्नता का विषय है। इसमें हमारा अकिंचन सहयोग भी साधक हो सकता है, यह विचार ही मन में हर्ष उत्पन्न करता है। व्यक्ति प्रायः अहंकार से वशीभूत होकर यह सोचता है कि वह अपने रविवार को अपनी इच्छा से बिता सकता है। इस अहंकार के बीजरूप में नष्ट करना आपकी उन्नति के लिए अपरिहार्य है। अतः आपकी आत्मिक उन्नति की अभिलाषा को दृष्टिगत रखते हुए आपको आदेशित किया जाता है कि आप प्रत्येक रविवार कार्यालय में उपस्थित रहकर कार्य करें, जिससे रविवार को अवकाश मनाने के आपके अहंकार का नाश हो सके। आपकी आत्मिक उन्नति में साधक बनने की प्रसन्नता के साथ आपका पराग पंथी, सीईओ सुसनेर। 
 

ये पत्र हो रहा है वायरल