पेट्रोल, सीएनजी और डीजल, CNG के बाद अब देश में खुलेंगे इथेनॉल पंप, ऐसे बचेगी आपकी कड़ी मेहनत की कमाई

 आपका ड्राइविंग का खर्च बहुत जल्द कम होने वाला है। सरकार ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। देश में जल्द ही इथेनॉल पंप खुलने वाले हैं। जानिए कैसे आपकी मेहनत की कमाई से होने लगेगी बचत...
 
पेट्रोल, सीएनजी और डीजल के बाद अब देश में इथेनॉल की बारी है। जी हां, सरकार अब पेट्रोल पंपों की तरह देशभर में इथेनॉल पंप खोलने की तैयारी कर रही है। तो क्या अब आप अपनी गाड़ियों में पेट्रोल की जगह सीधे इथेनॉल डाल सकेंगे? या फिर सरकार पेट्रोल-डीजल में इथेनॉल मिलाकर बेचेगी। आइए जानते हैं क्या है ये पूरा प्लान। READ ALSO:-1 सितंबर को निर्मला सीतारमण लॉन्च करेंगी 'मेरा बिल-मेरा अधिकार' योजना, आम आदमी को ऐसे मिलेगा 1 करोड़ का बेनिफिट

 

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने साफ कर दिया है कि पेट्रोल और सीएनजी की तरह अब देशभर में इथेनॉल पंप भी खोले जाएंगे। यानी जैसे अब आप अपनी कार में पेट्रोल भरते हैं, वैसे ही आप इथेनॉल भी भर सकेंगे। इतना ही नहीं, अभी तक देश में सिर्फ पेट्रोल में इथेनॉल मिलाकर बेचा जाता है, अब सरकार डीजल में भी 15 फीसदी इथेनॉल मिलाने की तैयारी कर रही है। ताकि ट्रकों से होने वाला प्रदूषण कम हो और परिवहन की लागत भी कम हो।

 

नितिन गडकरी लंबे समय से देश में इथेनॉल पंप खोलने की योजना पर काम कर रहे हैं। अब इसमें तेजी आती दिख रही है। इसकी वजह टोयोटा कंपनी द्वारा हाल ही में लॉन्च की गई फ्लेक्स फ्यूल कार है। यह 85 प्रतिशत इथेनॉल और 15 प्रतिशत पेट्रोल के मिश्रण पर चलता है। जबकि इसे 100 प्रतिशत इथेनॉल पर चलाने के लिए परीक्षण चल रहे हैं। हालाँकि, अभी सामान्य पेट्रोल या डीजल वाहनों में सीधे इथेनॉल नहीं भरा जा सकता है, लेकिन जल्द ही उपलब्ध होने वाले इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल और डीजल को भरा जा सकेगा।

 

इस तरह एथनॉल से जेब खर्च की बचत होगी
इथेनॉल पेट्रोल से काफी सस्ता है। फिलहाल देश में पेट्रोल की कीमत 100 से 110 रुपये प्रति लीटर के आसपास है। जबकि इथेनॉल की कीमत करीब 60 रुपये प्रति लीटर होगी। वहीं जब इथेनॉल पंप से इसकी बिक्री बढ़ेगी तो इसकी कीमत और कम हो जाएगी, क्योंकि इसके उत्पादन के लिए हम OPEC+ जैसे देशों के फैसलों पर निर्भर नहीं रहेंगे। 

 

हालांकि यह पेट्रोल की तुलना में थोड़ी कम बिजली पैदा करता है। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आपकी गाड़ी एक लीटर पेट्रोल में 10 किलोमीटर चलती है तो एक लीटर इथेनॉल में सिर्फ 8 किलोमीटर ही चलेगी। फिर भी पेट्रोल के मुकाबले इथेनॉल से चलने वाली कार की कीमत मौजूदा लागत से करीब 35 फीसदी कम होगी और इससे प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी। 

 

ऐसे में अगर पेट्रोल पर आपका खर्च अभी 100 रुपये है तो इथेनॉल के लोकप्रिय होने पर यह घटकर 65 से 75 रुपये हो जाएगा। इस गणना में इथेनॉल की थोड़ी अधिक खपत को भी जोड़ा गया है। 

 

जेनरेटर और पंप इथेनॉल से चलेंगे
नितिन गडकरी ने हाल ही में कहा था कि देश में अब इथेनॉल से चलने वाले जेनरेटर विकसित हो गए हैं। इस तरह हर साल 4.5 हजार करोड़ लीटर डीजल की खपत कम की जा सकती है। इससे व्यवसायों की लागत कम करने में भी मदद मिलेगी। जहां एक ओर यह इथेनॉल से जनरेटर और वॉटर पंप चलाकर किसानों का खर्च बचाएगा, वहीं दूसरी ओर यह उनकी फसल के कचरे का उपयोग इथेनॉल बनाने में करेगा, जिससे उनकी आय भी बढ़ेगी।