Manipur Landslide : मणिपुर में बड़ा लैंड स्लाइड, आर्मी कैंप के जवान, रेलवे स्टेशन कर्मचारी सहित करीब 55 ग्रामीण लापता, 7 शव बरामद
नोनी जिले तुपुल रेलवे स्टेशन (Tupul Railway Station Noni District) के पास भारतीय सेना की 107 Territorial Army का कैंप लगा हुआ था।
Updated: Jun 30, 2022, 15:14 IST
Manipur Landslide : मणिपुर में बड़ी घटना हुई है। बताया जाता रहा है कि नोनी जिले में लैंड सिलाइड होने से करीब 55 लोग लापता हो गए । इनमें से 7 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इन शवों में से दो शव सेना के जवानों के हैं। क्योंकि जहां लैंड स्लाइड हुआ है वहां सेना का कैंप लगा हुआ था।
नोनी जिले तुपुल रेलवे स्टेशन (Tupul Railway Station Noni District) के पास भारतीय सेना की 107 Territorial Army का कैंप लगा हुआ था। वहीं, यह लैंड स्लाइड हुआ। आर्मी कैंप में इस घटना से बड़ा नुकसान होने की बात सामने आ रही है। वहीं, कई रेलवे कर्मी भी और ग्रामीण लापता है। जिला प्रशासन लोगों की तलाश में लग गया है। टेरिटोरियल आर्मी ने फिलहाल उनके दो लोगों की मौत की जानकारी दी है। वहीं 20 लोग लापता बताये गए हैं।
सीएम ने इमरजेंसी मिटिंग बुलाई
नोनी जिले में हुई घटना को लेकर राज्य सरकार भी एक्शन में है, सीएम एन बीरेन सिंह ने घटना को लेकर इमरजेंसी बैठक बुलाई है। जिसमें लापता लोगों को तलाशने का कार्य को तेजी से किया जा सके। वहीं, इस मामले में सेना से भी संपर्क साधा गया है। क्योंकि उनके कैंप के जवान भी गायब है।
भारी बारिश से हुआ लैंड स्लाइड
जानकारी के अनुसार पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में बुधवार से भारी बारिश हो रही है। जिसके चलते यह लैंड स्लाइड की घटना हुई है। जानकारी के अनुसार घटना तुपुल रेलवे स्टेशन के पास हुई। वहीं, टेरिटोरियल आर्मी का कैंप भी बना हुआ था, पास में गांव भी था। कुल मिलाकर घटना में सभी को नुकसान हुआ है। कैंप के करीब 20 लोग लापता हैं, वहीं, रेलवे के 7 और करीब 20 से ज्यादा ग्रामीण लापता बताए जा रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर लैंड स्लाइड का मलबा इजेई नदी (Ijei River Manipur) में गिर गया, जिससे नदी भी अवरुद्ध हो गए, जिसके चलते भारी मात्रा में पानी इकट्ठा हो गया है। अगर वह एक साथ बहा तो नीचे के गांवों में तबाही ला सकता है।
नोनी के डिप्टी कमिश्नर ने जारी की एडवाइजरी
नोनी के डिप्टी कमिश्नर द्वारा जारी एक एडवाइजरी में कहा गया है कि टुपुल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण भूस्खलन के कारण 50 से अधिक लोग मलबे के अंदर दब गए हैं जबकि दो लोगों के शव बरामद हुए हैं। इजेई नदी का प्रवाह भी मलबे से बाधित हो गया है, भंडारण की स्थिति अगर भंग हुई तो नोनी जिला मुख्यालय के निचले इलाकों में कहर बरपाएगा।