ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री की भुवनेश्वर के अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत; सुरक्षा में तैनात ASI ने मारी थी गोली, हमलावर ASI गिरफ्तार

ब्रजराजनगर एसडीपीओ गुप्तेश्वर भोई ने कहा कि सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (ASI) गोपाल दास ने मंत्री पर गोली चलायी। स्थानीय लोगों ने आरोपी एएसआई (ASI) को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया।
 
 ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास ने रविवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। झारसुगुड़ा के ब्रजराजनगर में दोपहर 1 बजे एएसआई (ASI) ने उसकी गोली मार दी थी। दास को सीने में दो गोलियां लगीं, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल ले जाया गया।Read Also:-Read Also:-Meerut News : मेरठ सहित 7 जिलों में एक सप्ताह तक जमा नहीं होगा ऑनलाइन बिजली बिल, ना ही जुड़ सकेगा कटा हुआ कनेक्शन, ये है कारण, देखें

 

घटना के समय मंत्री ब्रजराजनगर में एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। कार की अगली सीट पर बैठे दास जैसे ही अपने समर्थकों से मिलने के लिए उतरे, एएसआई  (ASI) ने उनके सीने में गोलियां दाग दीं। खून से लथपथ दास कार के पास गिर पड़े।

 

मौके पर मौजूद उनके समर्थकों ने उन्हें पकड़ा और एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल भिजवाया। कुछ देर बाद उन्हें भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल ले जाया गया। घटना के करीब 7 घंटे बाद दास की मौत हो गई। इससे पहले मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी दास से मिलने अस्पताल पहुंचे थे। 

 

 

लोगों ने  एएसआई (ASI) को फायरिंग के बाद भागते देखा
प्रत्यक्षदर्शी अधिवक्ता राम मोहन राव ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री नब दास थे। जब वह पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए भीड़ जमा हो गई। तभी किसी ने उन पर फायर कर दिया। हमने एक पुलिसकर्मी को फायरिंग के बाद भागते हुए देखा।

 

पत्नी का दावा- एएसआई (ASI) करा रहा है मानसिक बीमारी का इलाज
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मंत्री पर गोली चलाने वाला एएसआई (ASI) गोपाल दास मानसिक रूप से बीमार है, जिसका 7-8 साल से इलाज चल रहा है। यह बात गोपाल की पत्नी जयंती ने कही है। जयंती का कहना है कि दवा लेने के बाद ही गोपाल सामान्य व्यवहार करता है। उन्होंने कहा- मुझे घटना की जानकारी न्यूज से ही मिली थी। पांच माह पूर्व वह घर आया था। रविवार की सुबह मेरी बेटी और मेरी उनके साथ वीडियो कॉल हुई थी। उसके बाद बात नहीं हुई।

 

मुख्यमंत्री ने कहा- नब किशोर पार्टी और सरकार दोनों के लिए बहुत अहम थे
स्वास्थ्य मंत्री पार के निधन की खबर मिलते ही ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा- यह मेरे लिए गहरा सदमा है। वह पार्टी और सरकार दोनों के के लिए बहुत अहम थे। उनका निधन पूरे ओडिशा राज्य के लिए क्षति है।

 

नव किशोर दास ने 2004 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर ओडिशा की झारसुगुड़ा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। इसके बाद 2009 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2014 में भी कांग्रेस से जीते। साल 2019 के चुनाव में वे बीजू जनता दल से लड़कर लगातार तीसरी बार इस सीट से विधायक चुने गए थे। नाब किशोर दास को इस क्षेत्र का प्रभावशाली नेता माना जाता है।

 

नब किशोर ओडिशा के सबसे अमीर मंत्रियों में से एक 
नाब किशोर ओडिशा सरकार के सबसे अमीर मंत्रियों में से एक हैं। उनके पास संबलपुर, भुवनेश्वर और झारसुगुड़ा के विभिन्न बैंकों में 45.12 लाख रुपये से अधिक जमा हैं। ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री के पास करीब 15 करोड़ के 70 से ज्यादा वाहन हैं, जिनमें 1.14 करोड़ की मर्सिडीज बेंज भी शामिल है।

 

1 करोड़ का सोना (Gold) दान कर सुर्खियों में आए
नब किशोर दास को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का बेहद करीबी नेता माना जाता है। इसलिए जब वे कांग्रेस से बीजू जनता दल (BJD) में शामिल हुए तो पटनायक ने उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी सौंपी। नब किशोर दास हाल ही में भारी भरकम दान करने को लेकर सुर्खियों में आए थे। उन्होंने महाराष्ट्र के एक मंदिर में एक करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का सोने का कलश दान किया था। दास ने देश के प्रसिद्ध शनि मंदिरों में से एक महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में 1.7 किलो सोना और 5 किलो चांदी के कलश दान किए।

 

नब किशोर दास 2015 में विधानसभा सत्र के दौरान पॉर्न देखते हुए पकड़े गए थे। इसके बाद तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष निरंजन पुजारी ने उन्हें एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया था। इस मामले में नाब किशोर ने कहा था कि मैंने अपने जीवन में आज तक कोई एडल्ट वीडियो नहीं देखा है। इंटरनेट इस्तेमाल करने के दौरान गलती से ऐसा हो गया। जैसे ही मुझे पता चला मैंने उसी समय उसे रोक दिया।