Free Ration Update : सरकारी दुकानों से राशन लेने के नियमों में हुआ है बड़ा बदलाव! आइए जानते हैं क्या होगा नए प्रावधान में?

खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग : सरकारी राशन की दुकानों से राशन लेने के लिए पात्रता मानदंड में बदलाव होने जा रहा है। इस संबंध में राज्यों के साथ कई बैठकें भी हो चुकी हैं। आइए जानते हैं ताजा अपडेट्स के बारे में।
 
राशन कार्ड के लाभार्थियों के लिए काम की खबर है। खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग ने राशन कार्ड के नियमों में बदलाव का फैसला किया है। दरअसल, सरकारी राशन की दुकानों से राशन लेने वाले पात्र लोगों के लिए निर्धारित मानक में विभाग बदलाव कर रहा है। नए मानक का मसौदा अब लगभग तैयार है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में राज्य सरकारों के साथ कई दौर की बैठक भी हो चुकी है।  आइए जानते हैं नए प्रावधान में क्या होगा?Read Also:-बैंक की छुट्टियां अगस्त 2022: अगस्त में 13 दिन बंद रहेंगे बैंक, बैंक की ब्रांच में जाने से पहले यहां देखें पूरी लिस्ट

 

अपात्र लोग भी ले रहे लाभ
खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के अनुसार, वर्तमान में देश भर में 80 करोड़ लोग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) का लाभ उठा रहे हैं। इनमें कई ऐसे लोग भी हैं जो आर्थिक रूप से संपन्न हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक वितरण मंत्रालय मानकों में बदलाव करने जा रहा है। दरअसल, अब नए मानक को पूरी तरह से पारदर्शी बनाया जाएगा ताकि कोई गड़बड़ी न हो।

 

बदलाव क्यों हो रहे हैं जाने?
इस संबंध में खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग ने जानकारी दी है कि राशन के मानकों में बदलाव को लेकर पिछले कई महीनों से राज्यों के साथ बैठक हो रही है. राज्यों द्वारा दिए गए सुझावों को शामिल करते हुए पात्रों के लिए नए मानक तैयार किए जा रहे हैं। जल्द ही इन मानकों को अंतिम रूप दिया जाएगा। नए मानक के लागू होने के बाद पात्र व्यक्तियों को ही लाभ मिलेगा, अपात्र लोगों को लाभ नहीं मिल पाएगा। यह बदलाव जरूरतमंदों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।

 

एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड योजना (One Nation One Ration Card Scheme)
खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के अनुसार, अब तक 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दिसंबर 2020 तक 'वन नेशन, वन राशन कार्ड (ONORC) योजना' लागू की गई है। NFSA के तहत आने वाले लगभग 69 करोड़ लाभार्थी यानी 86 प्रतिशत आबादी। इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। हर महीने करीब 1.5 करोड़ लोग एक जगह से दूसरी जगह जाकर इसका फायदा उठा रहे हैं। ऐसे में सरकार अब पात्रों की हर संभव मदद करना चाहती है।