अंकिता भंडारी हत्याकांड : पूर्व भाजपा मंत्री के बेटे के रिसॉर्ट पर चला बुलडोजर, अंकिता का शव भी मिला, रिसोर्ट था देह-व्यापार का अड्डा; खुलासे की धमकी पर मार दिया गया
मुख्यमंत्री के कड़े तेवर को देखते हुए पौड़ी प्रशासन ने आरोपी के रिसॉर्ट को बुलडोजर से ढहा। इस रिसॉर्ट में अवैध निर्माण की शिकायतें मिली थीं। खासकर अंकिता हत्याकांड के बाद कई लोगों ने इस अवैध निर्माण की शिकायत की थी।
Updated: Sep 24, 2022, 13:03 IST
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरोपी बीजेपी नेता के बेटे के रिजॉर्ट पर बुडोज़र चला दिया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शुक्रवार की रात आरोपी पुलकित आर्य के रिसॉर्ट में बुलडोजर चला दिया गया। पुलकित राज्य के पूर्व मंत्री विनोद आर्य के बेटे हैं। 19 साल की अंकिता उनके रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी और वहां अनैतिक गतिविधियों को उजागर करने की धमकी देने के आरोप में उसकी हत्या कर दी गई थी।Read Also:-अंकिता हत्याकांड: पुलिस हिरासत में महिलाओं ने आरोपियों को इतना पीटा कि शरीर से कपड़े भी जुदा हो गए, रिसॉर्ट में भी तोड़फोड़, भाजपा नेता का बेटा गिरफ्तार
इस मामले में पुलकित के साथ उसके दो साथी अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलकित आर्य एक हाई प्रोफाइल राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता विनोद आर्य भाजपा के नेता हैं और उत्तराखंड सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वह भाजपा ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी भी हैं। उनके भाई अंकित आर्य उत्तराखंड ओबीसी कल्याण आयोग के उपाध्यक्ष हैं और उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त है। यही वजह रही कि मुख्यमंत्री धामी को पूरे मामले में दखल देना पड़ा।
आरोपी अंकिता पर अनैतिक गतिविधियों में लिप्त होने का दबाव बना रहे थे
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अंकिता भंडारी के लापता होने की सूचना 18 सितंबर को दी गई थी। जांच में पता चला कि अंकिता 17 सितंबर की रात करीब आठ बजे पुलकित आर्य, अपने रिसॉर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता के साथ ऋषिकेश गई थी। वापस आते समय तीनों आरोपी शराब पीने के लिए चिल्ला रोड के किनारे रुक गए। अंकिता उनके ड्रिंक खत्म होने का इंतजार करती रही। शराब पीने के बाद तीनों ने लड़की से झगड़ा करना शुरू कर दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अंकिता भंडारी के लापता होने की सूचना 18 सितंबर को दी गई थी। जांच में पता चला कि अंकिता 17 सितंबर की रात करीब आठ बजे पुलकित आर्य, अपने रिसॉर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता के साथ ऋषिकेश गई थी। वापस आते समय तीनों आरोपी शराब पीने के लिए चिल्ला रोड के किनारे रुक गए। अंकिता उनके ड्रिंक खत्म होने का इंतजार करती रही। शराब पीने के बाद तीनों ने लड़की से झगड़ा करना शुरू कर दिया।
सूत्रों की माने तो अंकिता ने पुलकित के रिजॉर्ट में चल रही अनैतिक गतिविधियों का विरोध किया था। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि तीनों अंकिता पर अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने का दबाव बना रहे थे। इस पर अंकिता धमकी देती है कि वह सबको बता देगी कि पुलकित उस पर रिजॉर्ट के ग्राहकों के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाता है। इससे नाराज पुलकित और उसके साथियों ने लड़की को नहर में धकेल दिया।
परिजनों की शिनाख्त के बाद अंकिता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि अंकिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट राजस्व पुलिस में दर्ज की गई थी, जिसे उसी दिन नियमित पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया था। लक्ष्मण झूला पुलिस ने 24 घंटे के अंदर मुख्य आरोपी पुलकित आर्य समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। उनके कहने पर एसडीआरएफ ने बैराज की नहर में शव की तलाश शुरू की। यहां से पास में ही आरोपी पुलकित का रिजॉर्ट है।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि अंकिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट राजस्व पुलिस में दर्ज की गई थी, जिसे उसी दिन नियमित पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया था। लक्ष्मण झूला पुलिस ने 24 घंटे के अंदर मुख्य आरोपी पुलकित आर्य समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। उनके कहने पर एसडीआरएफ ने बैराज की नहर में शव की तलाश शुरू की। यहां से पास में ही आरोपी पुलकित का रिजॉर्ट है।
एसडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि अंकिता के परिजनों ने शव की शिनाख्त कर ली है, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए ऋषिकेश एम्स ले जाया गया है। शुक्रवार को पुलिस ने आधिकारिक तौर पर कहा कि गुमशुदगी की रिपोर्ट को हत्या के मामले में तब्दील कर दिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों से आगे की पूछताछ जारी है।
बेकाबू भीड़ ने कपड़े फाड़कर की आरोपियों की जमकर पिटाई
रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की रिजॉर्ट के मालिक व स्टाफ द्वारा नहर में धकेल कर हत्या करने से गढ़वाल में चारों ओर आक्रोश है। शुक्रवार को लोगों ने ऋषिकेश थाने को घेर लिया। लोगों ने हत्यारों को फांसी देने की मांग उठाई। उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसके बाद जब पुलिस आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाने लगी तो आक्रोशित महिलाएं पुलिस वाहन के सामने खड़ी हो गईं। लोगों ने पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की और आरोपी की पिटाई कर दी। पुलिस को भी हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसके बाद आरोपियों को कोर्ट ले जाया गया।