IIMT Ayurvedic Medical College Hospital : पंचकर्म चिकित्सा आयुर्वेद का महत्वपूर्ण अंग, ठीक होते हैं पुराने लाइलाज रोग

आईआईएमटी आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज चिकित्सालय (IIMT Ayurvedic Medical College Hospital) में गुरुवार को निःशुल्क आयुर्वेदिक चिकित्सा एवं पंचकर्म परामर्श शिविर का आयोजन किया गया।

 
मेरठ (Meerut) के गंगानगर स्थित आईआईएमटी आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज चिकित्सालय (IIMT Ayurvedic Medical College Hospital) में गुरुवार को निःशुल्क आयुर्वेदिक चिकित्सा एवं पंचकर्म परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में पुराने त्वचा रोग, जोड़ों का दर्द, गठिया, गर्दन का दर्द, पेट से संबंधित रोग, पुराना सिरदर्द आदि रोगों के 78 मरीजों की जांच कर परामर्श दिया गया। शिविर का आयोजन वसु हेल्थ केयर आयुर्वेदिक कंपनी के सहयोग से किया गया।

 

आयुर्वेदिक काॅलेज के प्राचार्य  डाॅ.राकेश पंवार (Dr. Rakesh Panwar) ने बताया कि पंचकर्म चिकित्सा आयुर्वेद का महत्वपूर्ण अंग है। इसके माध्यम से पुराने से पुराने लाइलाज रोगों का उपचार सुगमतापूर्वक किया जाता है। उन्होंने बताया कि डाॅ.सुदीप विश्वास (Dr. Sudeep Vishwas) एमडी पंचकर्म के द्वारा  आईआईएमटी आयुर्वेदिक चिकित्सालय में पुराने त्वचा रोग, जोड़ों का दर्द, गठिया, गर्दन का दर्द, पेट से संबंधित रोग, पुराना सिरदर्द आदि रोगों का उपचार किया जा रहा है।

 

चिकित्सालय के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेट डाॅ. एसके तंवर (Dr. SK Tanwar) ने बताया कि आयुर्वेदिक चिकित्सा सस्ती, सुलभ और हानिरहित है और रोगों को जड़ से समाप्त करती है। आयुर्वेदिक औषधियों का लंबे समय तक सेवन भी किया जा सकता है। वायरल फीवर, उदर रोगों, त्वचा रोग, जोड़ों का दर्द आदि में आयुर्वेदिक चिकित्सा से शीघ्र लाभ मिलता है।

 

इस अवसर पर डाॅ. रितु, डाॅ.शहाना परवीन, डाॅ. एसपी सिंह, अंजु सिंह, सौरभ, अमरपाल, आकाश, लखन, सीमा, सचिन, शेखर, दया प्रकाश, अनिल, आशीष, सतीश शर्मा आदि उपस्थित रहे।