Maa aur Movies : बॉलीवुड फिल्मों में बहुआयामी माँ के किरदार का हुआ चित्रण

 

Mothers Day के अवसर पर, आइए हम भारतीय सिनेमा पर नज़र डालते हैं, जहाँ माँ के किरदार को विभिन्न रूपों में चित्रित किया गया है। बॉलीवुड फिल्मों ने परंपरागत त्यागमयी माँ से लेकर आधुनिक, स्वतंत्र और जटिल माँ तक, मातृत्व की एक विस्तृत परिभाषा प्रस्तुत की है 

पहले ज़माने की फ़िल्में दर्शकों को माँ के त्याग की गहराई दिखाती थीं. "मदर इंडिया" जैसी सिनेमाई कृतियों में नरगिस दत्त द्वारा निभाई गई माँ का किरदार अविस्मरणीय है, जो अपने बच्चों की खुशी के लिए हर मुश्किल का सामना करती हैं.

वहीं, ज़माना बदलने के साथ सिनेमा में भी बदलाव आया है. अब फ़िल्में माँ को और भी ज़्यादा वास्तविक रूप में दिखाती हैं. करियर और परिवार दोनों को संभालने वाली मजबूत माँ की कहानियाँ अब पर्दे पर आम हैं. रानी मुखर्जी की फिल्म "मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे" ऐसी ही एक उदाहरण है.

इसके अलावा, हल्की-फुल्की फ़िल्में भी माँ-बेटे या माँ-बेटी के रिश्ते की खूबसूरती को दर्शाती हैं. "इंग्लिश विंग्लिश" में श्रीदेवी द्वारा निभाया गया पात्र इस बात का बेहतरीन उदाहरण है.

तो इस मातृ दिवस पर सिनेमा की दुनिया में माँ की शक्ति और प्यार को देखकर जश्न मनाइए और अपनी असली ज़िंदगी की हीरोइन, अपनी माँ को ज़रूर याद करें. उनके साथ एक फ़िल्म देखकर आप उनके साथ कुछ खास पल बिता सकते हैं.

बॉलीवुड फिल्मों ने न केवल मातृत्व की शक्ति और त्याग को बल्कि माँ-बेटे/बेटी के रिश्तों की जटिलताओं को भी चित्रित किया है ।