अब चुटकियों में मिलेगा UPI से लोन, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने किया बड़ा ऐलान

अप्रैल महीने में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने मौद्रिक नीति बैठक में इसका दायरा बढ़ाने के लिए UPI में क्रेडिट लाइन जोड़ने का प्रस्ताव रखा था। जिस पर RBI  ने सभी बैंकों को दिशा-निर्देश दिए हैं। 
 
अब लोन लेने के लिए आपको बैंक जाने या नेट बैंकिंग के जरिए लॉगइन करने की जरूरत नहीं होगी। आपको अपने ही UPI के जरिए लोन की सुविधा मिलेगी। इसके लिए RBI ने बैंकों को दिशा-निर्देश दिए हैं। RBI ने देश के सभी बैंकों से ग्राहकों को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI पर प्री-सेंक्शन लोन देने को कहा है। RBI के इस फैसले का मुख्य उद्देश्य UPI भुगतान प्रणाली का दायरा बढ़ाना है। आइए आपको भी बताते हैं कि RBI ने इस संबंध में क्या कहा है।READ ALSO:-SBI ने 'e-Rupee by SBI' उपयोगकर्ता अब UPI के माध्यम से डिजिटल मुद्रा में लेनदेन कर सकेंगे, आRBI ने दिसंबर 2022 में CBDC किया था लॉन्च....

 

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपने बयान में कहा कि फिलहाल सेविंग अकाउंट, ओवरड्राफ्ट अकाउंट, प्रीपेड वॉलेट और क्रेडिट कार्ड को UPI से लिंक किया जा सकता है। अब इसका दायरा और भी बढ़ाया जा रहा है। UPI को अब फंडिंग खातों के रूप में क्रेडिट लाइनों को शामिल करने के लिए विस्तारित किया जा रहा है। RBI ने कहा कि इस सुविधा के तहत, पूर्व सहमति के साथ व्यक्तिगत ग्राहकों को अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों द्वारा जारी पूर्व-स्वीकृत ऋण के माध्यम से भुगतान, UPI प्रणाली का उपयोग करके लेनदेन सक्षम किया जाएगा।

 

वहीं इस प्रक्रिया को लागू करने से पहले सभी बैंकों को एक नीति बनाकर अपने बोर्ड से मंजूरी लेनी होगी। इस पॉलिसी में कितना लोन मिल सकता है। किसे दिया जा सकता है। लोन की अवधि क्या होगी। साथ ही लोन पर कितना ब्याज लगेगा। ये सारी बातें तय हो जाएंगी। इसके बाद लोन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। 6 अप्रैल को, केंद्रीय बैंक ने अपनी मौद्रिक नीति बैठक के दौरान बैंकों से पूर्व-अनुमोदित क्रेडिट लाइनों के हस्तांतरण के माध्यम से भुगतान की अनुमति देने का प्रस्ताव रखा था। इसका मकसद यूपीआई का दायरा बढ़ाना था।

 

1 सितंबर को, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के अनुसार, अगस्त में पहली बार UPI ने एक महीने में 10 बिलियन लेनदेन को पार कर लिया। 30 अगस्त तक, यूपीआई ने महीने के दौरान 10.24 बिलियन लेनदेन की सूचना दी, जिसका मूल्य 15.18 लाख करोड़ रुपये था। जुलाई में UPI प्लेटफॉर्म पर 9.96 अरब लेनदेन हुए। अगस्त महीने के दौरान UPI के जरिए प्रतिदिन लगभग 330 मिलियन लेनदेन हुए।