चीनी की आसमान छूती कीमतों पर जल्द लगेगी लगाम, निर्यात भी पर रोक लगा सकती है सरकार!

देश में चीनी की बढ़ती कीमतों और महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार जल्द ही बड़ा फैसला ले सकती है। सरकार आने वाले सीजन में चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा सकती है।
 
दुनिया भर में चीनी की बढ़ती कीमत ने आम आदमी का रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। आपूर्ति और मांग के बीच भारी अंतर के कारण चीनी की कीमत 12 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। ऐसे में देश में चीनी की बढ़ती कीमतों और महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार जल्द ही बड़ा फैसला ले सकती है। सरकार आने वाले सीजन में चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा सकती है। दरअसल, देश में चीनी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जिसे देखते हुए नवंबर के पहले हफ्ते में चीनी निर्यात पर प्रतिबंध की अधिसूचना जारी हो सकती है।READ ALSO:-UP : बारावफात के जुलूस में राष्टीय ध्वज तिरंगे पर अशोक चक्र के स्थान पर अरबी में इस्लामिक स्लोगन लिखे, बनाई तलवार भी, पुलिस ने दर्ज किया केस, देखें वीडियो

 

मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक, उपभोक्ता विभाग के एक अधिकारी ने फाइनेंशियल पोर्टल को यह जानकारी दी है। चीनी सीज़न अक्टूबर से शुरू होता है और अगले साल सितंबर तक चलता है। ऐसे में सरकार आने वाले सीजन में इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा सकती है। दरअसल, साल 2021-22 में रिकॉर्ड 11 मिलियन टन चीनी बेचने के बाद भारत ने साल 2022-23 में चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था, ताकि देश के घरेलू बाजार में चीनी की आपूर्ति बिना किसी रुकावट के जारी रहे। और कीमतें नियंत्रण में रहे सकें। 

 

2022-23 के चीनी सीजन की शुरुआत में केंद्र सरकार ने चीनी निर्यात को करीब 60 लाख टन तक सीमित कर दिया था। ऐसे में सरकार एक बार फिर चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगाकर देश में चीनी की कीमतों को नियंत्रित करने का काम करेगी।

 

इन राज्यों में चीनी उत्पादन गिर गया
देश के शीर्ष गन्ना उत्पादक राज्यों जैसे पश्चिमी राज्य महाराष्ट्र और दक्षिणी कर्नाटक में इस साल सामान्य से कम बारिश होने के कारण चीनी सीजन का उत्पादन घटने की संभावना है। अगस्त तक के चीनी उत्पादन के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस साल चीनी का उत्पादन औसत उत्पादन से 50 फीसदी कम रहा है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि महाराष्ट्र और कर्नाटक दोनों राज्य भारत के कुल चीनी उत्पादन का आधे से अधिक उत्पादन करते हैं। इस बार इन्हीं राज्यों में चीनी उत्पादन गिरा है।